सर्वे: 2019 में भी कायम रहेगा मोदी का जलवा, पीएम की कुर्सी राहुल से अभी दूर

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सर्वे: 2019 में भी कायम रहेगा मोदी का जलवा, पीएम की कुर्सी राहुल से अभी दूर

सर्वे: 2019 में भी कायम रहेगा मोदी का जलवा, पीएम की कुर्सी राहुल से अभी दूर

दिल्ली। नरेंद्र मोदी का जलवा अभी कायम है और आगे कम से कम 2023 तक कायम रहेगा. भारतीय जनता पार्टी सत्ता अपने पास रखने की रणनीति पर काम कर रही है. जबकि विपक्षी पार्टियां एकजुटता दिखाने में लगी है.

प्रधानमंत्री मोदी सबसे लोकप्रिय नेता

मौजूदा मोदी सरकार के 4 पूरे होने पर एक सर्वे में बात सामने आई है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 2019 में एक बार फिर से प्रधानमंत्री बनेंगे. एबीपी न्यूज-लोकनीति-सीएसडीएस के इस सर्वे में पीएम मोदी को सबसे लोकप्रिय नेता बताया गया है.

कांग्रेस के लिए खुशी बात ये है कि राहुल गांधी की लोकप्रियता में भी इजाफा हुआ है. सर्वे के मुताबिक उत्तर, पश्चिम और मध्य भारत के हिस्सों में बीजेपी को नुकसान होता दिखाई दे रहा है. लेकिन इन सबके बावजूद 2019 में एनडीए की वापसी तय है.

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2019 में भी पूर्ण बहुमत की सरकार

इस सर्वे में बताया गया है कि बीजेपी को पूर्वी भारत में अच्छा-खासा फायदा होगा. सर्वे के मुताबिक 2019 के लोकसभा चुनाव में एनडीए को करीब 37 फीसदी, यूपीए को 31 फीसदी और अन्य को 32 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है.

अगर इसे सीटों में कन्वर्ट करें तो एनडीए को 274, यूपीए को 164 और अन्य को 105 सीटें मिलेगी. हालांकि ये कोई फिक्स नहीं है, सिर्फ अनुमान है. आनेवाले समय में इसमें उतार-चढ़ाव देखने को मिल सकता है.

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यूपी में महागठबंधन को फायदा

सर्वे में बताया गया कि यूपी में महागठबंधन होने की स्थिति में एनडीए को 8 फीसदी वोटों का नुकसान होगा. 2014 की लोकसभा चुनाव में करीब 43 फीसदी वोट हासिल करनेवाले एनडीए को 35 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है. सर्वे के मुताबिक 2019 में यूपीए को 12 फीसदी और एसपी-बीएसपी-अन्य को 53 फीसदी वोट मिलने का अनुमान है.

बिहार-बंगाल में मोदी मैजिक

बिहार और बंगाल में मोदी मौजिक काम करेगा. ऐसा सर्वे में बताया गया है. पूर्वी भारत की 142 सीटों में 86-90 सीट मिलने का अनुमान है. इसके अलावा यूपीए के खाते में 22-26 जबकि अन्य को 26-30 सीट मिलने का अनुमान है.

पहले के तुलना में बीजेपी को 32 सीटों का फायदा होता दिख रहा है. बिहार में स्थितियां पहले से भिन्न है. पिछले चुनाव में बीजेपी के विरोधी रहे नीतीश कुमार इस बार एनडीए के साथ हैं.

जबकि लालू प्रसाद चारा घोटाले और हेल्थ से परेशान हैं. माना जा रहा है कि नीतीश कुमार के अपने पाले में लाने से एनडीए को फायदा मिलेगा. हालांकि पश्चिम बंगाल में ममता बनर्जी अब भी मजबूत दावेदार बनी हुई हैं.

बीजेपी शासित राज्यों में यूपीए को फायदा

पश्चिम और मध्य भारत में एनडीए को 118 में 70 सीट मिलने का अनुमान सर्वे में जताया गया है. जबकि यूपी को 41-47 सीट मिलने का अनुमान है. यहां बीजेपी को 34 सीटों का नुकसान हो रहा है. जबकि ज्यादातर राज्यों में बीजेपी की सरकार है.

मोदी को अपने गुजरात में भी नुकसान

सर्वे के मुताबिक प्रधानमंत्री मोदी के अपने गृहराज्य में भी नुकसान होता दिख रहा है. वोट प्रतिशत में बीजेपी को 5 फीसदी का नुकसान होगा, जबकि कांग्रेस को 9 फीसदी वोट का फायदा होगा.

दक्षिण में भी बीजेपी को नुकसान

पश्चिम और मध्य भारत की तरह दक्षिण के राज्यों में एनडीए को नुकसान होने का अनुमान है. सर्वे में 132 सीटों में से एनडीए को 18-22, यूपीए को 65-70 और अन्य को 38-44 सीट मिलने का अनुमान है.

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