/‘एंग्री’ नहीं ‘एटीट्यूड वाले हनुमान जी’ कहिए, जानिए कौन हैं करण आचार्य, जिनकी पीएम ने की तारीफ

‘एंग्री’ नहीं ‘एटीट्यूड वाले हनुमान जी’ कहिए, जानिए कौन हैं करण आचार्य, जिनकी पीएम ने की तारीफ

बेंगलुरु। कर्नाटक के विधानसभा चुनाव का प्रचार आखिरी क्लाइमेक्स के दौर में है. सबकुछ दांव पर है. बस किसी भी सूरत में जीत चाहिए. चुनाव प्रचार में अब ‘एंग्री हनुमान’ की भी एंट्री हो चुकी है. इसके बाद से मंगलौर के करण आचार्य अचानक चर्चा में आ गए.

नौजवानों में पॉपुलर ‘एंग्री हनुमान’

सितंबर 2015 में करण ने आधी सिंदूरी और आधी काले रंग में हनुमान जी की तस्वीर बनाई थी.

हनुमान जी की इस तस्वीर ने देशभर के लोगों खासतौर से युवाओं का ध्यान खींचा.

बजरंगबली के भक्त करण ने अपने दोस्तों के कहने पर ये तस्वीर बनाई थी.

करण को खुद भी नहीं पता था कि ये तस्वीर स्टिकर के तौर पर इतनी मशहूर हो जाएगी.

उनकी इस तस्वीर ने ढाई साल में युवाओं को फैन बना लिया.

आज उनके ‘एंग्री हनुमान’ स्मार्टफोन के डिस्प्ले, गाड़ियों की विंडशील्ड और पिछली खिड़की के साथ टी-शर्ट पर भी नजर आते हैं.

हालांकि कई लोग इसे उग्र हिन्दुत्व का नाम देकर विरोध भी करते हैं.

‘एंग्री नहीं एटीट्यूड वाले हनुमान जी’

‘एंग्री हनुमान’ की ये तस्वीर बनानेवाले करण आचार्य का कहना है कि उन्होंने जो भगवान हनुमान की तस्वीर बनाई है

वो गुस्से में नहीं बल्कि ये उनका एटीट्यूड है. मुझे खुशी है कि मेरी कला हर जगह दिख रही है.

पीएम की टिप्पणी पर उन्होंने कहा कि शॉक्ड और खुश दोनों हूं.

ढाई साल पहले बनाई थी तस्वीर

मंगलौर में रहनेवाले करण आचार्य ने करीब ढाई साल पहले ये तस्वीर 2015 में अपने गांव के यूथ क्लब के लिए बनाई थी.

करण मूलत: केरल के कासरगोड जिसे के कुंबले गांव के रहने वाले हैं.

उनके गांव में यूथ क्लब को गणेश चतुर्थी के झंडे पर लगाने के लिए कुछ चाहिए था.

उसी के लिए उन्होंने हनुमान जी की ‘एटीट्यूड’ वाली तस्वीर बनाई.

लेकिन ये तस्वरी कारों के शीशें और टी-शर्ट से होते हुए प्रधानमंत्री के चुनावी भाषण तक जा पहुंची.

करण की तारीफ, कांग्रेस पर निशाना

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर्नाटक में लगातार जनसभाएं कर रहे हैं. बीजेपी के पक्ष में माहौल बनाने की कोशिशों में जुटे हैं.

पीएम मोदी ने मंगलौर की जनसभा में करण आचार्य का जिक्र किया. करण की तारीफ की मगर कांग्रेस पर निशाना साधा.

रविवार को प्रचार करने प्रधानमंत्री मोदी कर्नाटक के मंगलौर पहुंचे तो उन्होंने अपने संबोधन में करण आचार्य का भी जिक्र किया.

प्रधानमंत्री ने कहा कि करण आचार्य ने हनुमान जी की जो तस्वीर बनाई है, उस हनुमान जी की तस्वीर देशभर में गूंज उठी.

देशभर में उसकी चर्चा हुई और वह बहुत प्रशंसनीय है.

मैंने देखा कि देशभर के टीवी वाले करण आचार्य का इंटरव्यू लेने के लिए कतार लगाकर खड़े थे.

यह करण आचार्य की कला की ताकत है. उसकी कल्पना शक्ति की ताकत है. यह मंगलौर का गर्व है.

भाषण में प्रधानमंत्री ने कहा कि जिनको पेट में दर्द होता है.

उन्होंने करण आचार्य जैसे कलाकार की हनुमान जी की तस्वीर को भी विवादों में घसीट दिया.

कांग्रेस का जो इकोसिस्टम है, वो पूरी तरह उसको बदनाम करने में लग गया.

ऐसी मानसिकता वाले लोग जो करण आचार्य की कला को सहन नहीं कर सकते.

उनके जेहन में लोकतंत्र होने का कोई सबूत नहीं मिल रहा.

ऐसी कांग्रेस पार्टी को अब कर्नाटक में काम करने का एक दिन भी अधिकार नहीं है.