दिल्ली। सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने लखनऊ के विक्रमादित्य मार्ग स्थित अपने सरकारी बंगले को खाली कर दिया है। लेकिन उनके खाली करने के बाद मीडियाकर्मी जब अंदर गए और वहां से जब तस्वीर बाहर आई तो प्रदेश की राजनीति गर्म हो गई। साथ ही पूर्व सीएम अखिलेश की सोच पर भी सवाल उठने लगे हैं कि क्या अखिलेश ऐसा कर सकते हैं।
एसी और फर्श भी उखाड़ ले गए?
वैसे तो दो जून को ही अखिलेश बंगला छोड़कर गेस्ट हाउस में शिफ्ट हो गए थे। इतने दिन से उनका सामान ट्रक और ट्रॉली में डालकर शिफ्ट किया जा रहा था। सबकुछ खाली होने के बाद सरकारी बंगले की तस्वीर पूरी तरह बदल गई है।
बंगले की तमाम तरह से भव्य फिनिशिंग की गई थी। लेकिन खाली होने के बाद यह अलग तरह का दिख रहा है। फर्श उखड़ा हुआ है। बंगले में एक बैडमिंटन कोर्ट भी था। वो अब काफी उजाड़ दिख रहा है। फर्श और टाइल्स उखाड़ दिए गए हैं। लाइट्स, नेट का भी अता-पता नहीं है।
पावर स्विच तक उखड़े मिले
इसके साथ ही सरकारी बंगले में जगह-जगह वायरिंग और लाइटिंग उखाड़ दी गई है। कई जगह तो पावर स्विच बोर्ड तक उखड़े नजर आए। बंगले में मौजूद जिम का सामान, एसी, किचन के सामान आदि को भी शिफ्ट कर दिया गया है। तस्वीर में आप फ्लोर की हालत देखकर अंदाजा लगा सकते हैं कि अब ये किस तरह से हैं।
वहीं, अखिलेश को मिले सरकारी बंगले में कई कमरों की फ्लोरिंग खराब हालत में दिखी। जैसे किसी ने फर्श ही उखाड़ लिया हो। इसके अलावे फर्श के साथ-साथ शिफ्टिंग में सीलिंग को भी नुकसान पहुंचा है।
करोड़ों की खर्च से गुलजार था ‘कभी’
कई कमरों की हालत काफी खराब दिखी। ये कमरे कहीं से भी पूर्व सीएम के आवास के नजर नहीं आ रहे हैं। खास बात यह है कि कभी इस बंगले की फिनिशिंग चर्चाओं में थी। कहा गया कि इसे तैयार करने में करोड़ों रुपये खर्च किए गए थे। इसे सीएम रहते हुए खुद अखिलेश ने अपने नाम पर अलॉट करवाया था।
इसके साथ ही अखिलेश के घर में मौजूद सर्वर रूम, कंट्रोल रूम की भी हालत खराब हो गई है। यहां काफी सारे तारों को यूं ही निकाल फेंक दिया गया है। साथ ही कई तस्वीरों में यह दिख रहा है कि उन्हें जानबूझ कर नुकसान पहुंचाया गया है। बंगले में मौजूद स्वीमिंग पूल भी सीमेंट डालकर भर दिया गया है।
बंगले के अंदर की तस्वीर सामने आने के बाद अखिलेश यादव ने कहा है कि बीजेपी उन्हें बदनाम कर रही है। सरकार उन्हें लिस्ट सौंपे। जो भी नुकसान हुआ है, वह उसकी भरपाई करने के लिए तैयार हैं। कहा बंगले में बड़मा, कदम और हिम चम्पा आदि के पेड़ उन्होंने लगाए थे जो छूट गए हैं। सरकार उन्हें भी लौटाए। मैं सरकार की नीयत से अच्छी तरह वाकिफ हूं।