दिल्ली। महाराष्ट्र की एक अदालत ने 2010 में हुए एक प्रोटेस्ट के मामले में आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री एन चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ वारंट जारी किया है. इस मामले में 15 अन्य के खिलाफ भी गिरफ्तारी वारंट जारी किया गया है। नांदेड़ जिले में धर्माबाद के मजिस्ट्रेट एन आर गजभिये ने पुलिस को सभी आरोपियों को गिरफ्तार करने और 21 सितंबर तक उन्हें अदालत में पेश करने का निर्देश दिया है।
सीएम चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ वारंट
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार अविभाजित आंध्र प्रदेश में तब विपक्ष में रहे नायडू और अन्य को महाराष्ट्र में बाबली परियोजना के नजदीक विरोध करने पर गिरफ्तार किया गया था और उन्हें पुणे में जेल में डाल दिया गया था। उनका विरोध था कि इस परियोजना के कारण निचले हिस्सों में रहने वाले लोग प्रभावित होंगे। बाद में उन्हें रिहा कर दिया गया था लेकिन उन्होंने जमानत नहीं मांगी थी।
Arrest warrant has been issued by Maharashtra’s Dharmabad
Court against Andhra Pradesh CM N Chandrababu Naidu,
AP irrigation minister and 14 others in connection with an
agitation held by TDP in 2010 against the Maharashtra
govt opposing the construction of Babhali project.
— ANI (@ANI) September 14, 2018
It is unfortunate that an arrest warrant has been i
ssued against Andhra Pradesh CM N Chandrababu Naidu.
It appears that there is some conspiracy by
Narendra Modi & Amit Shah: TDP spokesperson Lanka Dinakar pic.twitter.com/uKLderXKu3
— ANI (@ANI) September 14, 2018
काम में बाधा पहुंचाने का आरोप
सीएम चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ वारंट जारी वारंट में सभी पर जनसेवक के काम में बाधा पहुंचाने, आपराधिक बल प्रयोग करने, हथियार या किसी अन्य तरीके से जानबूझकर नुकसान पहुंचाने अन्य की जिंदगी खतरे में डालने समेत आईपीसी की विभिन्न धाराएं लगाई गई हैं।
राजनीति से प्रेरित मान रहे कुछ लोग
दरअसल, चंद्रबाबू नायडू आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री हैं और हाल ही में वो एनडीए से अलग हुए हैं। अगामी चुनाव में कहा जा रहा है कि वो यूपीए के साथ जा सकते हैं। सीएम चंद्रबाबू नायडू के खिलाफ वारंट में कुछ लोग राजनीति भी खोज रहे हैं.