/आखिर ‘जिला गोरखपुर’ के पोस्टर में क्या था? क्यों विवादों में आ गई फिल्म?
आखिर 'जिला गोरखपुर' के पोस्टर में क्या था? क्यों विवादों में आ गई फिल्म?

आखिर ‘जिला गोरखपुर’ के पोस्टर में क्या था? क्यों विवादों में आ गई फिल्म?

आखिर 'जिला गोरखपुर' के पोस्टर में क्या था?

दिल्ली। ‘जिला गोरखपुर’ फिल्म का पोस्टर रिलीज होते ही विवाद शुरू हो गया. उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की जीवन पर आधारित फिल्म बताई जा रही थी. ‘जिला गोरखपुर’ फिल्म का पोस्टर हाल ही में रिलीज किया गया था. भाजपा विधायक ने फिल्म के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराई है.

पोस्टर रिलीज होते ही विवाद

सोमेंद्र सिंह तोमर ने मेरठ के मेडिकल थाने में फिल्म के निर्माता-निर्देशक के खिलाफ मामला दर्ज कराया है. ‘जिला गोरखपुर’ नाम के इस फिल्म के पोस्टर में एक व्यक्ति को भगवा कपड़ा पहने और हाथ में रिवॉल्वर लिए खड़े दिखाया गया है. पास ही में एक गाय भी खड़ी दिखाई दे रही है. सामने में एक मंदिर है. इस पोस्टर रिलीज होते ही विवाद शुरू हो गया. मेरठ साउथ से विधायक सोमेंद्र सिंह तोमर ने पोस्टर पर आपत्ति जताते हुए मेरठ के सीनियर एसपी को तहरीर दी.

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आखिर 'जिला गोरखपुर' के पोस्टर में क्या था?

‘गलत संदेश देने की कोशिश’

सोमेंद्र तोमर ने आरोप लगाया है कि फिल्म के निर्माता-निर्देशक ने धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का काम किया है. जिस तरह से पोस्टर दिखाया गया है, उससे समाज में गलत संदेश जाता है. पोस्टर से समाज को बांटने और हिन्दुत्व को लेकर गलत संदेश देने की कोशिश की जा रही है. इस तहरीर पर वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने मामला दर्ज करने का आदेश दिया. इसके बाद मेडिकल थाने में फिल्म के निर्माता-निर्देशक विनोद तिवारी के खिलाफ मामला दर्ज किया गया.

‘जिला गोरखपुर’ प्रोजेक्ट बंद

दूसरी तरफ फिल्म के निर्देशक विनोद तिवारी ने सोशल मीडिया पर बयान जारी कर कहा कि वो यह फिल्म नहीं बनाएंगे. उन्होंने कहा कि फिल्म को गलत तरीके से देखा जा रहा है, जबकि ऐसा कुछ भी नहीं है. नॉस्ट्रम एंटरटेनमेंट के बैनर तले बननेवाली इस फिल्म से पहले एक और फिल्म ‘तेरी भाभी है पगले’ आ चुकी है. जो बॉक्स ऑफिस कमाल नहीं कर सकी. लेकिन इस बार कथित तौर पर यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर फिल्म होने की वजह से लोगों में इंटेरेस्ट देखा जा रहा था. लेकिन अब फिल्म ‘जिला गोरखपुर’ प्रोजेक्ट बंद हो चुका है.