पटना। बिहार में ‘ऑपरेशन बोरवेल’ कामयाब रहा. 3 साल की सना सुरक्षित बाहर निकल गई, वो भी 30 घंटे बाद. 110 फीट के बोरवेल में सना 43 फीट पर अटकी थी. राहत और बचाव दल जैसे ही सना के पास पहुंची तो सबसे पहले नन्ही परी को पानी और बिस्किट दिया. इसके बाद बच्ची ने कहा कि मम्मी के पास जाना है. फिलहाल बच्ची मुंगेर के सदर अस्पताल में भर्ती है लेकिन ठीक है.
‘ऑपरेशन बोरवेल’ कामयाब
मुंगेर में तीन साल की सना पैर फिसलने से बोरवेल में गिर गई. पूरे इलाके में ये खबर आग की तरह फैल गई. बात मीडिया तक पहुंची. दर्जनों कैमरे पटना से मुंगेर की तरफ मूव कर दिए गए. जब मीडिया में बात आई तो जिला प्रशासन भी हरकत में आया. बच्ची को बचाने के लिए एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीमें लगा दी गई. पटना से मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और सरकार के बड़े अफसर पल-पल की अपडेट लेने लगे. युद्ध स्तर पर काम चलने लगा.
#WATCH: A team of National Disaster Response Force (NDRF)
rescue the three-year-old girl who was stuck in a 110 feet deep
borewell in Munger since yesterday. #Bihar (Source: NDRF) pic.twitter.com/FDm8bZ9SDk
— ANI (@ANI) August 1, 2018
काम कर गई दुआएं
खुदाई के लिए जेसीबी को लगाया गया. दर्जनों मजदूर दिन रात काम में जुटे रहे. हल्की बारिश भी होती रही मगर काम में कोई बाधा नहीं पड़ा. ‘ऑपरेशन बोरवेल’ अपनी स्पीड से चलता रहा. देश-विदेश की मीडिया का जमावड़ा होने की वजह से सरकार भी नजर बनाए हुए थी. घटनास्थल पर काफी पहले से एम्बुलेंस को तैनात किया गया था. लापरवाही की गुंजाइश को खत्म करने की पूरी कोशिश की गई. प्रशासन को अलर्ट पर रखा गया था. सना को तुरंत अस्पताल पहुंचाने के लिए सदर अस्पताल जानेवाले रोड को बिल्कुल खाली करा लिया गया था. मुंगेर सदर अस्पताल में पहले से ही डॉक्टरों की एक टीम मुस्तैद थी. सना को बचाने के लिए कई जगहों पर दुआएं की गई. ताकि नन्ही परी को कोई नुकसान पहुंचे. लोगों की दुआएं और सरकारी इंतजामों की मुस्तैदी बेकार नहीं गई और सना बिल्कुल ठीक है.
SDRF&NDRF worked continuously to rescue her. All her vital parameters
are normal. She’s completely fit. We’ll keep her under observation today:
Divisional Commissioner Pankaj Kr Pal on rescue of a three-yr-old
girl who was stuck in a 110 ft deep borewell in Munger #Bihar (1.8.18) pic.twitter.com/lhB164Q6zx
— ANI (@ANI) August 1, 2018
नानी के घर आई थी सना
गड्ढा खोदने से पहले ये सुनिश्चित किया गया कि बच्ची जहां है वो बिल्कुल सेफ रहे. बारिश के मौसम को देखते हुए प्रशासन ने सबसे पहले आसपास के इलाकों को टेंट और तिरपाल से कवर किया. राहत और बचाव के दौरान ही बोरवेल में ऑक्सीजन पहुचाई गई. इस दौरान मुंगेर सदर अस्पताल के डॉक्टर फैज मौके पर मौजूद रहे और लगातार बच्ची की सेहत पर नजर बनाए रखे. वहां मौजूद एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम भी लगातार सीसीटीवी के जरिए बच्ची पर नजर बनाए रखी. मंगलवार शाम को सना शाम करीब 4 बजे के आसपास घर के पास बोरवेल में गिर गई थी. सना अपनी नानी के घर आई हुई थी, इसी दौरान ये हादसा हो गया.