दिल्ली। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर धर्म को लेकर कई तरह के आरोप लगते रहे हैं। खासकर हिंदू धर्म को लेकर लेकिन ममता इन आरोपों को खारिज करती रही हैं। उन्होंने सोमवार को पूजा कमेटियों को 10-10 हजार रुपये का अनुदान देने की घोषणा की है। जिसके लिए राज्य सरकार कुल 28 करोड़ रुपये खर्च करेगी।
28 हजार कमेटियों को फायदा
इस बार ममता बनर्जी की सरकार ने पश्चिम बंगाल में 28 हजार दुर्गा पूजा कमेटियों को पूजा अनुदान देगी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार ममता बनर्जी ने इसके अलावा पूजा कमेटियों से लिए दिए जाने वाले फायर लाइसेंस शुल्क की वसूली बंद करने और बिजली की दरों में छूट देने की भी घोषणा की है। ममता बनर्जी ने इसका ऐलान करते हुए कहा कि राजधानी में 3000 और पूरे राज्य में करीब 25 हजार दुर्गा पूजा कमेटियां है।
पिछले साल हुई थी किरकिरी
दरअसल, पश्चिम बंगाल में दुर्गा पूजा के समय में ही मुस्लिमों के मुहर्रम को लेकर बीते कई साल से काफी विवाद हो चुका है। बीते साल भी मूर्ति विसर्जन और मुहर्रम का विवाद कोलकाता हाईकोर्ट पहुंच गया था जिसके बाद ममता सरकार की काफी किरकिरी हुई थी। राज्य सरकार पर आरोप लगे थे कि एक वर्ग को संतुष्ट करने के लिए उन्होंने मूर्ति विसर्जन पर रोक लगा दी थी।
तुष्टिकरण का लगता है आरोप
गौरतलब है कि इस मामले में बीजेपी ने ममता बनर्जी पर मुस्लिमों का तुष्टिकरण कर हिंदुओं का अपमान करने का आरोप लगाया था। खास बात यह है कि तृणमूल की गढ़ माने जाने वाले पश्चिम बंगाल में बीजेपी तेजी से अपना आधार बना रही है और उसकी लोकप्रियता में भी इजाफा हो रहा है। बीजेपी ममता पर अक्सर राज्य में एक वर्ग विशेष की तुष्टिकरण का आरोप लगाती है।