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नहीं दे पाए इन सवालों के जवाब

अमेरिकी सांसदों के सवाल सुन जकरबर्ग के सुखे कंठ, नहीं दे पाए इन सवालों के जवाब

डेटा लीक मामले में फंसी फेसबुक के सीईओ मार्क जकरबर्ग की पेशी अमेरिकी सांसदों के सामने हुई। इस दौरान उनसे 44 सांसदों की टीम ने कई सवाल पूछे और उनके जवाब से रहस्यों से पर्दा उठता गया, लेकिन कुछ ऐसे सवाल थे जिसका जवाब जकरबर्ग को देते नहीं बना।

नहीं दे पाए इन सवालों के जवाब

इस दौरान वे थोड़ी-थोड़ी देर में पानी पीते रहे और हकलाते हुए सवालों के जवाब टाल गए।

ऐसे कुल सात सवाल थे जिसे सुना उनका आत्मविश्वास और आवाज दोनों लड़खड़ाने लगा था।

1.अमेरिकी सांसदों से जकरबर्ग से पूछा कि क्या आपके पास इसका कोई डेटा है कि फेसबुक पर

लॉगिन करने वाले यूजर्स आपकी प्राइवेसी पॉलिसी को पूरा पढ़ते हैं? अगर है तो कितने लोग ऐसा करते हैं?

जवाब में जकरबर्ग ने कहा कि इसके बारे में हमारे पास कोई डेटा नहीं है।

2. अमेरिकी सांसदों का सवाल, फेसबुक पर जिस बग बाउंटी प्रोग्राम को बढ़ावा दिया गया, उसे आप कैसे देखते हैं?

जकरबर्ग के सुखे कंठ

जकरबर्ग ने जवाब में कहा कि मैं आपके सवाल को नहीं समझ पा रहा हूं,

मेरी टीम बाद में आपको इसके बारे में जवाब दे देगी।

3. फिर जकरबर्ग से पूछा गया कि फेसबुक ने लोगों का बहुत सारा डेटा थर्ड पार्टी के साथ शेयर किया,

आपने अभी तक डेटा को लेकर सही से निगरानी नहीं की, अभी तक ऐसा कितनी बार हुआ

कि थर्ड पार्टी को यूजर्स का डेटा फेसबुक के नियमों का उल्लंघन करते हुए गलत तरीके से ट्रांसफर किया गया?

जवाब में जकरबर्ग ने कहा कि हम छानबीन कर रहे हैं, करीब 10 हजार से भी अधिक ऐप्स हैं,

जिनका ऑडिट होगा। अगर कोई ऐसा करता पाया गया तो उसे बैन कर दिया जाएगा।

इससे पहले कितनी बार ऐसा हुआ है, ये कहा नहीं जा सकता। मेरी टीम बाद में आपको इस बारे में बता देगी।

4. वहीं, अमेरिकी सांसदों ने पूछा कि फेसबुक ने करीब 8.7 करोड़ लोगों को नोटिफिकेशन भेजने शुरू किए हैं। क्या

आपको पता है कितने देशों के लोग इनमें शामिल हैं और डेटा डिलीट होने में कितना समय लगेगा?

जवाब देते हुए जकरबर्ग ने कहा कि इस बारे में कोई जानकारी नहीं है।

डेटा डिलीट होने में कितना समय लगेगा, इसके बारे में अभी कुछ नहीं कह सकते।

5. सांसदों ने फिर उनसे पूछा कि फेसबुक यूजर्स मानते हैं कि आप उनकी ब्राउजिंग हिस्ट्री को भी ट्रैक करते हैं।

आखिर इस तरह की जानकारी का आप क्या करते हैं? क्या व्हाट्सऐप से भेजी गई जानकारी के आधार पर

फेसबुक पर कोई विज्ञापन दिखाई दे सकता है?
जकरबर्ग ने कहा कि मैं इसे ठीक से समझ नहीं पा रहा हूं।

डेटा की जानकारी नहीं

6. अमेरिकी सांसदों की टीम ने पूछा कि क्या रूस और चीन की सरकार के पास भी डेटा है?

जवाब में जकरबर्ग ने कहा कि फेसबुक से कई तरह के ऐप्स जुड़े हुए हैं,

जिनकी जांच की जा रही है। हालांकि, यह नहीं कहा जा सकता कि किसके पास कितना डेटा है।

7. जकरबर्ग से पूछा गया कि क्या आपको कभी ये सुनिश्चित करने की जरूरत पड़ी कि जो डेटा गलत तरीके से ट्रांसफर किया गया, उसे डिलीट किया जाए? अगर ऐसा किया तो कितनी बार?

जवाब में उन्होंने कहा कि कितनी बार, ये तो पता नहीं, लेकिन हम इसे लेकर पहले की तुलना में अधिक रिव्यू और चेक्स लगा रहे हैं, ऑडिट बढ़ा रहे हैं और पहले से अधिक प्रोएक्टिव हो रहे हैं। इस बारे में अधिक जानकारी मेरी टीम बाद में आपको दे देगी।

गौरतलब है कि पूरी दुनिया में फेसबुक के दो अरब यूजर्स हैं। जिसमें से 22 करोड़ यूजर्स अकेले भारत में हैं। ऐसे में भारतीय लोगों के डेटा भी लीक होने का खतरा है।