दिल्ली। रमजान और अमरनाथ यात्रा के दौरान घाटी में एकतरफा सीजफायर है. केंद्र सरकार ने सशर्त मंजूरी दे दी. घाटी में रमजान के दौरान किसी भी तरह का नया ऑपरेशन न करने का निर्देश केंद्रीय गृह मंत्रालय ने दिया है.
महबूबा की अपील पर केंद्र का फैसला
हालांकि किसी आतंकी हमले से निपटने के लिए सुरक्षा बलों को जवाबी कार्रवाई करने की छूट भी दी गई है.
जम्मू-कश्मीर की मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने सीजफायर की अपील की थी.
The Centre asks Security Forces not to launch operations in Jammu & Kashmir during the holy month of Ramzan. Decision taken to help the peace loving Muslims observe Ramzan in a peaceful environment.
HM Shri @rajnathsingh has informed the Chief Minister, J&K of Centre’s decision.— HMO India (@HMOIndia) May 16, 2018
Security Forces to reserve the right to retaliate if attacked or if essential to protect the lives of innocent people.
Government expects everyone to cooperate in this initiative and help the Muslim brothers & sisters to observe Ramzan peacefully and without any difficulties.— HMO India (@HMOIndia) May 16, 2018
केंद्र के इस फैसले को मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती और विपक्षी पार्टी के
नेता उमर अब्दुल्ला ने रमजान के पवित्र महीने में दौरान जम्मू-कश्मीर में
सैन्य अभियान नहीं चलाने के फैसले का स्वागत किया है.
I wholeheartedly welcome the Ramadan ceasefire & would like to thank @narendramodi ji & @rajnathsingh ji for their personal intervention. My gratitude also to the leaders & parties who participated in the All Party Meeting & helped build consensus towards this announcement. 1/2
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) May 16, 2018
मैं पूरे दिल से रमज़ान सीज़फायर का स्वागत करती हूं और @narendramodi जी और @rajnathsingh जी के व्यक्तिगत हस्तक्षेप के लिए उनका शुक्रिया करती हूँ। और शुक्रिया ऊन सब नेताओ और पार्टीज़ का भी जिन्होंने ऑल पार्टी मीटिंग में एकजुट होकर सीज़फायर की माँग की।
— Mehbooba Mufti (@MehboobaMufti) May 16, 2018
On the demand of all political parties (except the BJP,
which had opposed it) the Centre has announced a unilateral ceasefire.
Now if the militants don’t respond in kind they will stand exposed as the true enemies of the people.
— Omar Abdullah (@OmarAbdullah) May 16, 2018
संकट होने पर जवाबी कार्रवाई
केंद्रीय गृह मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि ये कदम शांतिप्रिय मुस्लिमों को
शांतिपूर्ण माहौल में रमजान मनाने में मदद करेगा.
हालांकि सुरक्षाबलों के पास ये अधिकार है कि अगर हमले होते हैं या निर्दोष लोगों की
सुरक्षा पर संकट खड़ा होता है तो वो जवाबी कार्रवाई कर सके.