दिल्ली। स्वीडन और ब्रिटेन की यात्रा से पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि वो व्यापार, निवेश और स्वच्छ ऊर्जा समेत अलग-अलग क्षेत्रों में दोनों बीच द्विपक्षीय साझेदारी को गहरा बनाने को लेकर आशान्वित हैं.
स्वीडन और ब्रिटेन में कार्यक्रम
अपनी यात्रा के पहले चरण में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी स्वीडन की राजधानी स्टॉकहोम पहुंचेंगे. यहां पर प्रधानमंत्री स्टेफान लोफवेन से बातचीत करेंगे.
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भारत-नार्डिक सम्मेलन में लेंगे हिस्सा
भारत-नार्डिक सम्मेलन में प्रधानमंत्री हिस्सा लेंगे. मोदी ने फेसबुक पर लिखा कि भारत और स्वीडन के बीच दोस्ताना रिश्ता है. हमारी साझेदारी लोकतांत्रिक मूल्यों और समावेशी नियमों की बुनियाद पर टिकी वैश्विक व्यवस्था पर आधारित है.
स्वीडन हमारे विकास से जुड़ी पहल में मूल्यवान साझेदार है. भारत और स्वीडन मिलकर स्टॉकहोम में भारत-नार्डिक सम्मेलन आयोजित कर रहे हैं. इसमें फिनलैंड, नार्वे, डेनमार्क और आइसलैंड के प्रधानमंत्री हिस्सा ले रहे हैं.
मोदी ने कहा कि टेक्नोलॉजी, पर्यावरण, बंदरगाहों का आधुनिकीकरण कोल्ड चेन और लैटेंट डेवलपमेंट में नार्डिक देशों का लोहा पूरी दुनिया मानती है. नार्डिक क्षमता भारत के परिवर्तन के हमारे दिशादृष्टि में सटीक बैठती है.
कॉमनवेल्थ हेड्स ऑफ गवर्मेंट की मीटिंग
स्वीडन से ही प्रधानमंत्री ब्रिटेन जाएंगे, जहां वो इंग्लैंड की प्रधानमंत्री टेरीजा मे से मुलाकात करेंगे. द्विपक्षीय बातचीत के अलावा राष्ट्रमंडल देशों के शासनाध्यक्ष की बैठक में हिस्सा लेंगे.
फेसबुक पोस्ट में मोदी ने कहा कि लंदन की मेरी यात्रा दोनों देशों को इस बढ़ती द्विपक्षीय साझेदारी में एक नई गति पैदा करने का एक मौका प्रदान करती है. मैं स्वास्थ्य, इनोवेशन, डिजिटलीकरण, इलेक्ट्रिक मोबिलिटी, स्वच्छ ऊर्जा और साइबर सुरक्षा के क्षेत्रों में भारत-ब्रिटेन साझेदारी बढ़ाने पर बल दूंगा.
फेसबुक पोस्ट में ही पीएम ने जाकारी दी कि 19 और 20 को वो कॉमनवेल्थ हेड्स ऑफ गवर्मेंट की मीटिंग में भी हिस्सा लेंगे. इस पोस्ट में उन्होंने कॉमनवेल्थ की तारीफ में भी कई बातें कही. पीएम ने अपने दौरों को सफल होने की उम्मीद जताई है.