/रवांडा के राष्ट्रपति को तोहफे में 200 गाय क्यों देंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी?
रवांडा के राष्ट्रपति को तोहफे में 200 गाय क्यों देंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी?

रवांडा के राष्ट्रपति को तोहफे में 200 गाय क्यों देंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी?

रवांडा के राष्ट्रपति को तोहफे में 200 गाय क्यों देंगे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी?
फाइल फोटो

दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी विदेश दौरे पर जा रहे हैं. वो रंवाडा, युगांडा और दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्राध्यक्षों से मुलाकात करेंगे. 23 से 27 जुलाई तक के दौरे दौरान वो ब्रिक्स सम्मेलन में हिस्सा लेंगे. इसमें वो अंतर्राष्ट्रीय शांति और सुरक्षा के मसले पर चर्चा करेंगे. इस दौरान रवांडा के राष्ट्रपति पॉल कागामे को 200 गाय तोहफे में देंगे. इस अनमोल तोहफे की तैयारी वहां की गई है.

…इसलिए तोहफे में मोदी देंगे गाय

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की दौरे की अहम बात रवेरू मॉडल गांव का दौरा है. रवांडा की ‘गिरिंका’ योजना के लिए 200 गायों को वहां के राष्ट्रपति को तोहफे में देना भी है. ये सभी गायें रवांडा की ही हैं. उन्हें पाला और बड़ा किया गया है. प्रधानमंत्री मोदी जिस ‘गिरिंका’ कार्यक्रम के तहत इन गायों को रवांडा के राष्ट्रपति को देंगे उसका काफी महत्व है.

दरअसल यह कार्यक्रम रवांडा सरकारी चलाती है. इसका मकसद है ‘एक गरीब परिवार को एक गाय’. इसका मकसद प्रत्येक गरीब परिवार को एक गाय देकर थोड़ा सामर्थ्यवान बनाना है. रवांडा सरकार ने ये कार्यक्रम साल 2006 में लॉन्च किया था. वहां की सरकार का दावा है कि इस योजना के तहत करीब साढ़े तीन लाख परिवारों का फायदा पहुंचाया गया है. सरकार की इस योजना के तहत गरीब परिवार को दी गई गाय से हुए बछड़े को उस परिवार के पड़ोसी को देना होता है.

इससे गाय और डेयरी उत्पादों को लोगों तक पहुंचाने में मदद मिलती है. गिरिंका शब्द का अर्थ होता है ‘पास में एक गाय का होना’. रवांडा के अधिकारियों के मुताबिक यह संस्कृति सदियों पुरानी है. इसके तहत पहले के दौर में भी लोगों को एक सूत्र में बांधने का काम किया जाता था. इसके तहत गाय को एक से दूसरे परिवार तक पहुंचाया जाता है. प्रधानमंत्री मोदी 200 गाय रवांडा के राष्ट्रपति को तेहफे में देकर वहां भारत का सहयोग बढ़ाना चाहते हैं.

ब्रिक्स सम्मेलन में करेंगे शिरकत

प्रधानमंत्री मोदी जोहानिसबर्ग में ब्रिक्स शिखर सम्मेलन के 10वें संस्करण में भी हिस्सा लेंगे. तीन नेताओं से द्विपक्षीय बातचीत होगी. इस दौरान वे चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग से द्विपक्षीय मुलाकार करेंगे. तीन महीने में दोनों नेताओं की तीसरी मुलाकात होगी. इससे पहले अप्रैल में वे चीन के वुहान शहर में और इसके बाद शंघाई सम्मेलन में मिले थे. मोदी दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सीरिल रामाफोसा और रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन और दूसरे नेताओं के साथ भी द्विपक्षीय बैठक करेंगे.