मध्य प्रदेश के ग्वालियर और शिवपुरी की सीमा पर स्थित पिकनिक स्पॉट सुल्तानगढ़ झरने में अचानक आई बाढ़ से बुधवार को एक बड़ा हादसा हो गया। एक डैम से पानी छोड़े जाने के कारण झरने में पानी का बहाव अचानक बढ़ा. जिससे वहां पिकनिक मनाने आए 12 लोग बह गए।
पानी का बहाव अचानक बढ़ा
यह हादसा बुधवार शाम 4 बजे हुआ है। पानी का बहाव अचानक बढ़ा जिसकी वजह से बीच चट्टानों में फंसे आठ लोगों को हेलिकॉप्टर की सहायता से बाहर निकाल लिया गया है। झरने के बहाव में 30-40 सैलानियों के फंसे होने की आशंका की थी।
Very sad news from #Shivpuri
Sultan Garh waterfall flash flood swept away ten people in Shivpuri.
34 people stranded on the spot.
Rescue operation is under way at shivpuri.
#MadhyaPradesh pic.twitter.com/CszdOCRLYQ— अटल बिहारी वाजपेयी (@rajtiwari09) August 15, 2018
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर यहां बड़ी संख्या में लोग पिकनिक मनाने आए थे। शाम 4 के आसपास झरने में पानी का बहाव अचानक तेज हो गया। इस दौरान वहां करीब 20 लोग नहा रहे थे। नहा रहे कुछ लोग खतरा भांपकर झरने से बाहर निकल गए, जबकि 12 लोग पानी के तेज बहाव के कारण बह गए और 30 से 40 पर्यटक दो चट्टानों पर फंस गए। वहीं, इस हादसे में कुछ लोगों के गायब होने की भी खबर है।
8 लोग बचाए गए
खबरों के मुताबिक शिवपुरी के जिला कलेक्टर शिल्पा गुप्ता ने बताया कि झरने में पानी के तेज बहाव के बीच चट्टानों पर फंसे लोगों में से अबतक आठ लोगों को हेलिकॉप्टर की सहायता से सुरक्षित बाहर निकाल लिया गया है। ग्राम पंचायत मोहना के सरपंच ने घटना की सूचना पर तुरंत गोताखोरों को बुलाया और चट्टान पर फंसे लोगों को निकालने की कोशिश शुरू कर दी थी
We have rescued 40 people & 5 people were rescued earlier by a helicopter. All these 45 people are safe now: Rajesh Hingankar, SP on rescue operations in Shivpuri. #MadhyaPradesh pic.twitter.com/5TsmFvcPNY
— ANI (@ANI) August 15, 2018
सीएम ने जताया दुख
वहीं, मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने हादसे पर दुख जताते हुए कहा कि सभी फंसे लोगों को बचाने का प्रयास किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं लगातार बचाव दल के संपर्क में हूं। केंद्रीय मंत्री और क्षेत्रीय सांसद नरेंद्र सिंह तोमर भी घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं।