/लालू के ‘लाल’ का ‘रूद्रा द अवतार’, हिन्दी फिल्म में बने हीरो
लालू के 'लाल' का 'रूद्रा द अवतार', हिन्दी फिल्म में बने हीरो

लालू के ‘लाल’ का ‘रूद्रा द अवतार’, हिन्दी फिल्म में बने हीरो

लालू के 'लाल' का 'रूद्रा द अवतार', हिन्दी फिल्म में बने हीरो

पटना। लालू के ‘लाल’ पॉलिटिक्स के बाद अब बॉलीवुड में हाथ आजमाने जा रहे हैं. बिहार के नेता पुत्रों के अभिनय प्रेम करनेवालों में नया नाम तेजप्रताप यादव का है. इससे पहले रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान अभिनय में हाथ आजमा चुके हैं. कामयाबी नहीं मिलने के बाद पिता की विरासत संभालने राजनीति में आ गए.

फिल्म का नाम ‘रूद्रा द अवतार’

हिन्दी फिल्मों में एक्टिंग का आगाज करने जा रहे तेजप्रताप यादव ने फिल्म का पोस्टर ट्वीट कर इसकी जानकारी सार्वजनिक की. तस्वीर में तेजप्रताप यादव की फिल्म का नाम ‘रूद्रा द अवतार’ लिखा हुआ है. फिल्म के टाइटल के नीचे कमिंग सून लिखा हुआ है. बैकग्राउंड में तेजप्रताप काला चश्मा लगाए नजर आ रहे हैं. नीले रंग के शेड वाले इस पोस्टर में उनका साइड प्रोफाइल भी दिख रहा है.
लालू प्रसाद के बड़े बेटे तेजप्रताप की शादी भी काफी चर्चा में रही थी. उनका एक पोस्टर भी विवादों में रहा था. पोस्टर में उन्हें रूद्रा अवतार बताते हुए भगवान शिव की जगह दिखाया गया था. वैसे तेजप्रताप आस्तिक हैं और काफी पूजा-पाठ करते हैं. बांसुरी बजाने के शौकीन हैं. कई बार उन्होंने कैमरे पर बांसुरी बजाई भी है.

‘अपहरण उद्योग’ में बने थे सीएम

इससे पहले 2016 में भोजपुरी फिल्म ‘अपहरण उद्योग’ में तेजप्रताप यादव पर्दे पर मुख्यमंत्री की भूमिका निभा चुके हैं. राजगीर में इस फिल्म की शूटिंग हुई थी, तब तेजप्रताप यादव बिहार के स्वास्थ्य मंत्री हुआ करते थे. भले ही तेजप्रताप यादव स्वास्थ्य महकमा देख रहे थे मगर परदे पर वो सीएम की कुर्सी संभाल चुके हैं. ‘अपहरण उद्योग’ की शूटिंग के बाद तेजप्रताप यादव ने कहा था कि चूकि फिल्म में अच्छा और सकारात्मक रोल मिल रहा था और बिहार की छवि को लेकर लोगों में भ्रम दूर करने का मौका मिला था इसलिए मैंने एक्टिंग में हाथ आजमा लिया. इस फिल्म में वो बिहार की छवि को लेकर लोगों को सचेत करते दिखे.

बॉलीवुड का ‘लालू प्रसाद’ प्रेम

बॉलीवुड वालों का झुकाव लालू प्रसाद की तरफ भी रहा है. 2005 में बनी एक हिन्दी फिल्म का नाम ‘पद्मश्री लालू प्रसाद’ रखा गया था. हालांकि इस फिल्म का राजनीतिज्ञ लालू प्रसाद से कुछ लेना-देना नहीं था. मगर तब ये फिल्म काफी सुर्खियों में रही. हालांकि बॉक्स ऑफिस पर कमाल नहीं कर सकी. फिल्म में कलाकारों ने तब सीएम रहे लालू प्रसाद से उनके आवास पर मुलाकात की थी. महेश मंजरेकर के निर्देशन में बनी इस फिल्म में सुनील शेट्टी लीड रोल में थे.