/जिसे मोदी ने कहा था ’50 करोड़ की गर्लफ्रेंड’, उसकी मौत के लपेटे में आए गए थरूर

जिसे मोदी ने कहा था ’50 करोड़ की गर्लफ्रेंड’, उसकी मौत के लपेटे में आए गए थरूर

the painful end of the story of sunanda pushkar and shashi tharoor

दिल्ली। अक्टूबर 2012 में हिमाचल प्रदेश के एक चुनावी रैली में उस वक्त गुजरात के मुख्यमंत्री के तौर पर नरेंद्र मोदी ने सुनंदा पुष्कर को ’50 करोड़ की गर्लफ्रेंड’ कहा था. तब ये बयान सोशल मीडिया और सियासी हलकों में चर्चा का मुद्दा बना था.

बाद में शशि थरूर ने ट्विटर पर कहा कि प्रेम की कोई कीमत नहीं होती है.

इसके बाद भी शशि थरूर और सुनंदा पुष्कर पर बीजेपी के हमले जारी रहे.

तत्कालीन बीजेपी उपाध्यक्ष मुख्तार अब्बास नकवी ने शशि थरूर को ‘लव गुरु’ की उपाधि दे डाली थी.

कहा था कि अगर देश में लव मंत्रालय होता तो उसका पदभार शशि थरूर को दिया जाना चाहिए.

आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप

मगर अब बात दूसरी है. दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट में दायर की गई

पुलिस चार्जशीट में शशि थरूर पर पत्नी को आत्महत्या के लिए उकसाने का आरोप लगाया गया है.

दिल्ली के एक फाइव स्टार होटल में 57 साल की सुनंदा पुष्कर 17 जनवरी 2014 को अपने कमरे में मृत पाई गई थीं.

1 जनवरी 1962 को सुनंदा पुष्कर का जन्म कश्मीर के सोपोर में हुआ था.

उनके पिता पीएन दास आर्मी में ऑफिसर थे. सुनंदा की कॉलेजिंग श्रीनगर में हुई थी.

शशि थरूर से 2010 में उनकी तीसरी शादी थी.

दूसरी शादी से सुनंदा का एक बेटा है, जो 21 साल का है.

कोच्चि टीम की खरीद में आया था नाम

अप्रैल 2010 इंडियन प्रीमियर लीग की कोच्चि टीम की खरीद से जुड़े विवाद में सुनंदा पुष्कर का नाम आया था.

विवाद इतना बढ़ गया कि शशि थरूर को केंद्रीय मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ गया.

बाद में सुनंदा ने भी कोच्चि टीम में अपनी हिस्सेदारी को छोड़ दिया.

इससे पहले वो दुबई में एक कंपनी में काम करती थीं.

15 जनवरी 2014 को अचानक शशि थरूर और सुनंदा पुष्कर के रिश्ते पर तब सवाल उठने लगे,

जब थरूर के ट्विटर अकाउंट से पाकिस्तानी पत्रकार मेहर तरार को किए कुछ ट्वीट्स सामने आए.

इन ट्वीट्स से लगता था कि दोनों के बीच संबंध है. बाद में दोनों ने इस तरह के संबंधों से इनकार किया था.

फिर थरूर और सुनंदा ने भी ज्वाइंट स्टेटमेंट देकर विवादों पर विराम लगाया था.