पटना। मधेपुरा से सांसद पप्पू यादव ने सवर्णों के भारत बंद के दौरान अपने ऊपर हमले की फर्जी कहानी गढ़ी थी। मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मुजफ्फरपुर एसएसपी ने एक वीडियो जारी कर बताया है कि पप्पू यादव के ऊपर कोई हमला नहीं हुआ है। उन्होंने इससे संबंधित कोई शिकायत भी पुलिस में नहीं दर्ज करवाई है। न ही हमले का कोई सबूत है।
‘घड़ियाली’ निकले पप्पू के आंसू?
खबरों के मुताबिक एसएसपी द्वारा वहां जारी किए गए वीडियो में पप्पू यादव बंद समर्थकों से बात और बहस करते दिख रहे हैं। लेकिन मारपीट और गाड़ी में तोड़फोड़ कोई सबूत या वीडियो न ही है। भारत बंद के दौरान पप्पू यादव ने आरोप लगाया था कि उनके ऊपर हमला हुआ है और मोबाइल फोन छीन लिए गए हैं। साथ ही उनका कहना था कि बंद समर्थकों ने उनके साथ मारपीट की है।
फिर फूट-फूट कर क्यों रोए थे पप्पू?
पप्पू यादव में मीडिया से बात करते हुए फूट-फूट कर रोने लगे थे। उनका कहना था कि लोगों ने मेरे साथ मारपीट ही नहीं की, बल्कि मुझे जातिसूचक शब्दों के साथ गाली भी दी है। हालांकि बाद में भी पप्पू अपने आरोपों पर कायम दिखे. इस दौरान वो मुजफ्फरपुर पुलिस-प्रशासन के खिलाफ नाराजगी भी जाहिर की.
SSP वीडियो जारी कर हमला को झुठलाने में लगी है। कहीं वह भी तो मेरी हत्या की साजिश में शामिल नहीं हैं!मुझे 20जगह रोका गया,वह कहां का वीडियो है?
SSPवही हैं जो दरिंदा ब्रजेश को जेल के बजाय अस्पताल में रख रखी थी।हमले की CBI या, न्यायिक जांच हो,मैं दोषी तो सजा मिले।वरना,SSP इस्तीफा दे।— Pappu Yadav (@pappuyadavjapl) September 7, 2018
पुलिस के वीडियो में सबकुछ ठीकठाक
एसपी ने जो मीडिया में वीडियो जारी किया है, उस वीडियो में पप्पू यादव बंद समर्थकों के साथ आराम से बात करते दिख रहे हैं। सड़क जाम कर रहे आंदोलनकारी उनसे अपनी मांगों का समर्थन करने की अपील करते भी दिख रहे हैं। लेकिन जाम से निकलते ही पप्पू का सामना मीडियावालों से हुआ और फिर फूटफूट कर रोने लगे।