दिल्ली। जवाहर लाल नेहरू विश्वविद्यालय यानी जेएनयू एक बार फिर विवादों में है. जेएनयू कैंपस में एक बार फिर मारपीट हुई है. कभी पढ़ाई के लिए पहचाना जानेवाला ये संस्थान अब कई दूसरी वजहों से सुर्खियों में रहता है. इस बार मसला लव-जेहाद पर बनी फिल्म को लेकर है.
लव-जेहाद पर बनी फिल्म
जेएनयू में फिल्म की स्क्रीनिंग को लेकर छात्रों की दो गुटों में हिंसक झड़प हो गई. ग्लोबल इंडिया फाउंडेशन और विवेकानंद विचार मंच की ओर से ‘इन द नेम ऑफ लव’ के नाम से एक फिल्म दिखाई जा रही थी. इसी फिल्म को लेकर विवाद बढ़ गया और छात्रों के 2 गुट भिड़ गए.
फिल्म ‘इन द नेम ऑफ लव’ में लव-जेहाद के नाम हिन्दू लड़कियों के धर्मांतरण का मुद्दा उठाया गया है. स्क्रीनिंग के विरोध में जेएनयू स्टूडेंट यूनियन और लेफ्ट विंग के छात्र यहां प्रोटेस्ट कर रहे थे. जो बाद में भिड़ंत में तब्दील हो गई.
छात्रों के बीच जमकर मारपीट हुई. बाद में जेएनयू कैंपस के गेट पर पुलिस की तैनाती करनी पड़ी. हालांकि यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पुलिस को कैंपस के भीतर आने की इजाजत नहीं दी. लेफ्ट संगठनों और राइट संगठनों से जुड़े छात्रों ने एक-दूसरे पर बसंत कुंज थाने में शिकायत दर्ज कराई.
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बैनर-पोस्टर दिखाकर नारेबाजी
फिल्म दिखानेवालों का कहना है कि जेएनयू में हो रहे धर्मांतरण को रोकने के लिए कैंपस में ये फिल्म दिखाई जा रही थी. मगर फिल्म शुरू होने से पहले ही लेफ्ट संगठनों से जुड़े छात्रों ने प्रदर्शन शुरू कर दिया. बैनर-पोस्टर दिखाकर नारेबाजी करने लगे.
दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता नवीन कुमार के मुताबिक केरल में बड़े स्तर पर महिलाओं और पुरुषों का धर्मांतरण कराया जा रहा है. वहां मारपीट की जा रही है. ये बहुत ही गंभीर मामला है.
इस मामले को लेकर हमलोगों ने सरकार के बड़े मंत्रियों से भी मुलाकात की है. एक लड़की के बारे में जानकारी मिली है जो अफगानिस्तान में है. विदेश मंत्री सुषमा स्वराज भी उसकी रिहाई के लिए कोशिशें कर रही हैं.
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