दिल्ली। 26 मई को मोदी सरकार के चार साल पूरे हो रहे हैं. सभी मंत्रियों के कामकाज का स्कैनिंग जारी है. उसका पहला रिजल्ट आ गया. सबसे पहले पत्ता कटा टीवी सीरियल की बहू रहीं और ‘तुलसी’ के नाम से घर-घर में पहचान बनानेवाली स्मृति ईरानी का.
अब राज्यवर्धन को सूचना प्रसारण मंत्रालय
अब उन्हें सिर्फ कपड़ा मंत्रालय तक सीमित कर दिया गया. स्मृति ईरानी से सूचना और प्रसारण मंत्रालय का काम ले लिया गया.
राज्यमंत्री राज्यवर्धन सिंह राठौर को सूचना प्रसारण मंत्रालय का स्वतंत्र प्रभार दे दिया गया.
पिछले साल एम वैंकेया नायडु के उपराष्ट्रपति के उम्मीदवार बनाए जाने के बाद स्मृति ईरानी को सूचना प्रसारण मंत्रालय दिया गया था.
इससे पहले स्मृति ईरानी से मानव संसाधन विभाग को लेकर उनको कपड़ा मंत्रालय में एकमोडेट किया गया था.
बाद में सूचना प्रसारण मंत्रालय देकर मोदी कैबिनेट में उनकी हैसियत बढ़ाई गई थी.
मगर एक बार फिर मंत्रालय हटाए जाने के बाद स्मृति ईरानी सुर्खियों में हैं. स्मृति ईरानी से जुड़े हालिया तीन विवाद-
विवाद नंबर 1
राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार सम्मान समारोह विवादों में आ गया था.
सम्मानित होनेवाले लोगों ने इस बात का विरोध किया था कि पुरस्कार राष्ट्रपति नहीं बल्कि मंत्री देंगी.
कई लोगों ने पुरस्कार लेने से इनकार कर दिया. भ्रम की स्थिति बन गई थी.
इससे सरकार की काफी किरकिरी हुई थी.
विवाद नंबर 2
फेक न्यूज को लेकर सूचना प्रसारण मंत्रालय की ओर से एक सर्कुलर जारी हुआ था
कि किस तरह सोशल मीडिया और डिजिटल मीडिया को मॉनिटर किया जाएगा.
इसे लेकर पत्रकारों ने विरोध जताया था. बाद में प्रधानमंत्री के दखल के बाद नोटिफिकेशन को वापस लिया गया.
विवाद नंबर 3
प्रसार भारती और सूचना प्रसारण मंत्रालय में भी विवाद चल रहा था. प्रसार भारती पर कंट्रोल और बजट को लेकर विवाद था.
अब जबकि सरकार चुनावी मोड में जाने का तैयारी कर रही है तो इस तरह के विवाद से बचना चाह रही होगी.
कौन हैं स्मृति जुबिन ईरानी?
स्मृति जुबिन ईरानी का जन्म 23 मार्च 1976 को दिल्ली में हुआ था.
10वीं की परीक्षा पास करने के बाद से पैसे कमाना शुरू कर दिया.
कॉस्मेटिक्स का प्रचार करने लगी थीं.
1998 में मिस इंडिया कॉन्टेस्ट में हिस्सा लिया मगर फाइनल तक का मुकाम हासिल नहीं कर पाईं.
मैकडॉनल्ड्स में वेट्रेस और क्लीनर का काम कर चुकी हैं.
बाद में टीवी सीरियल ‘क्यों सास भी कभी बहू थी’ में ‘तुलसी’ का किरदार निभाया और फेमस हो गईं.
2003 में स्मृति ईरानी ने बीजेपी की सदस्यता हासिल कीं और दिल्ली के चांदनी चौक से चुनाव लड़ा.
मगर कांग्रेस के कपिल सिब्बल से हार गईं. 2010 में बीजेपी महिला मोर्चा का अध्यक्ष बन गईं.
2011 में गुजरात से राज्यसभा का सांसद बन चुनी गईं.
2014 में राहुल गांधी के खिलाफ अमेठी से चुनाव लड़ीं, मगर हार गईं.
फिर भी मोदी मंत्रिमंडल में मानव संसाधन विकास मंत्री का ओहदा मिला.
तब से कैबिनेट मिनिस्टर हैं.
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