पटना। अब तो हद हो गई भाई. पहले लालू के बिना कांग्रेस का काम नहीं चलता था. कई मोर्चों पर लालू प्रसाद कांग्रेस के लिए फाइट करते दिखते थे. अब भी कांग्रेस के लिए माहौल बनाने का वाला बयान देते रहते हैं. कभी कैमरे पर तो कभी सोशल मीडिया पर.
लालू के बिना कांग्रेस
मगर अब ऐसा लग रहा है कि बिना लालटेन का, कांग्रेस को रास्ता नहीं सूझ रहा है. नॉर्थ से लेकर साउथ तक कांग्रेस को आरजेडी की जरुरत पड़ती दिख रही है. तभी तो कांग्रेस के स्टार प्रचारकों में बिहार से इकलौता नाम पूर्व उपमुख्यमंत्री तेजस्वी यादव का है.
कर्नाटक में होने वाले विधानसभा चुनाव को लेकर कांग्रेस ने अपने स्टार प्रचारकों की लिस्ट जारी कर दी. इस लिस्ट में आरजेडी अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के छोटे बेटे और बिहार के नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव का नाम भी शामिल है.
तेजस्वी की राजनीतिक करियर के लिए तो अच्छी बात है. मगर बिहार के उन कांग्रेसियों से पूछिए जो पार्टी फंड पर कुछ दिन साउथ में गुजारना चाहते थे. ऐसे में सवाल उठता है कि क्या कांग्रेस आलाकमान को अपने नेताओं पर भरोसा नहीं रहा? या तेजस्वी पर कांग्रेस को कुछ ज्यादा भरोसा हो गया है.
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अखिलेश यादव को भी मिली जगह
कांग्रेस की इस लिस्ट में पार्टी नेताओं में गुलाम नबी आजाद, सुशील कुमार शिंदे, सचिन पायलट, ज्योतिरादित्य सिंधिया के साथ-साथ आरजेडी से तेजस्वी यादव, समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव, एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार के नाम भी शामिल है.
कर्नाटक में 1 मई से असली जंग
12 मई को होनेवाले कर्नाटक विधानसभा चुनाव के लिए असली जंग 1 मई से छिड़नेवाली है. भारतीय जनता पार्टी के स्टार प्रचारक प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 1 मई से 9 मई तक पूरे प्रदेश में 15 रैलियां करेंगे.
कांग्रेस अपना किला बचाने के लिए पहले से ही मैदान में है. पार्टी अध्यक्ष राहुल गांधी 5-6 महीनों से दर्जनों चक्कर लगा चुके हैं. कई रैलियां कर चुके हैं. आने वाले दिनों कर्नाटक की पॉलिटिकल फाइट और बढ़नेवाली है.