दिल्ली। सबकी अपनी-अपनी पसंद होती है. बाथरूम में अगर पसंदीदा साबुन न हो तो नहाने में मजा नहीं आता. इसके बाद जब भी मार्केट जाते हैं तो अपने फेवरेट साबुन को जरुर खरीद लाते हैं. हालांकि सबसे साथ ऐसा नहीं हैं. कुछ लोग किसी भी साबुन से काम चला लेते हैं. मगर किसी खास साबुन में ऐसा कुछ जरुर होता जो नहाने वाले को पसंद आता है और वो उसी से नहाना पसंद करता है. आपको बता दें कि भारत के लोगों का सबसे पसंदीदा साबुन लाइफबॉय है.
सबसे पसंदीदा साबुन लाइफबॉय
इसी तरह का एक सर्वे किया गया कि आखिर भारत में सबसे ज्यादा कौन-सा साबुन बिकता है. सबसे ज्यादा बिकने वाला सबसे ज्यादा लोकप्रिय भले न हो, लेकिन लोगों का फेवरेट तो होता ही है. तो इस मामले में हिन्दुस्तान यूनिलीवर के लाइफबॉय ने बाजी मारी है. वो भारत के तंदुरुस्ती की सबसे ज्यादा रक्षा करता है. जी हां, भारत में सबसे ज्यादा बिकने वाला साबुन लाइफबॉय है.
संतूर ने लक्स को पछाड़ा
दूसरे नंबर पर काफी दिनों से चल रहा लक्स पिछड़ गया है उसकी जगह पर अब विप्रो कन्ज्यूमर केयर एंड लाइटिंग के संतूर ने ले लिया है. लाइफबॉय के बाद लोगों ने संतूर साबुन पसंद किया है. हाल के दिनों में विप्रो कंपनी ने सर्कुलेशन पर बेहतर काम किया है. जून में संतूर का वॉल्यूम शेयर 14.9 फीसदी रहा और लक्स का 13.9 प्रसेंट. मगर सबसे पसंदीदा साबुन लाइफबॉय का 18.7 फीसदी मार्केट शेयर रहा. इस सेगमेंट में देश का सबसे पॉपुलर ब्रांड लाइफबॉय रहा. रिसर्च फर्म केंटार आईएमआरपी हाउसहोल्ड पैनल के डेटा के हवाले से ये जानकारी सामने आई है.
पहली बार देशभर में बढ़त
विप्रो कंज्यूमर केयर के सीईओ ने मीडिया को बताया कि संतूर अब वॉल्यूम के लिहाज से देश का दूसरा सबसे बड़ा साबुन ब्रैंड हो गया है. उसने तीसरे नंबर के ब्रैंड पर अच्छी बढ़त भी बनाई है. डिस्ट्रीब्यूशन नेटवर्क को बढ़ाकर और नए वेरिएंट के जरिए हमने ये सफलता हासिल की है. हमने यंग स्किन के लिए नए वर्जन लॉन्च किए थे, जो हमारे टारगेट कंज्यूमर को पसंद आए. पिछले साल संतूर की बिक्री 1 हजार 930 करोड़ रुपए की रही थी. संतूर दक्षिण और पश्चिम भारत में सबसे बड़ा ब्रैंड बना हुआ था. लेकिन पहली बार इसने देशभर में बढ़त बनाई है. मगर अब भी लोगों का सबसे पसंदीदा साबुन लाइफबॉय बना हुआ है.
अजीम प्रेमजी की कंपनी बनाती है संतूर
देश की टॉप आईटी कंपनियों में शुमार अजीम प्रेमजी की कंपनी विप्रो, सॉफ्टवेयर नहीं साबुन को लेकर चर्चा में है. विप्रो कंपनी भारत की तीसरी और दुनिया की सातवीं सबसे बड़ी आईटी कंपनी है. मगर चर्चा इसके साबुन संतूर की है. 29 दिसंबर 1945 में अजीम प्रेमजी के पिता, मोहम्मद हशम प्रेमजी ने कंपनी की शुरुआत मुंबई में वेस्टर्न इंडिया वेजिटेबल प्रोडक्ट्स लिमिटेड के तौर पर की थी. जो आज विप्रो के नाम से मशहूर है. शुरू में ये कंपनी वेजिटेबल और रिफाइंड ऑयल का प्रोडक्शन करती थी.
मगर पिता की मौत के बाद अजीम प्रेमजी ने बिजनेस में बदलाव किया. अब बेकरी, हेयर केयर, शॉप, बेबी टॉयलेटरी और लाइटिंग सेक्टर में एंट्री की. 1980 में विप्रो ने सॉफ्टवेयर इंडस्ट्री में कदम रखा. इसके बाद आज आईटी सेक्टर में विप्रो जाना-पहचाना नाम बना हुआ है. अजीम प्रेम जी का जन्म भी 1945 में हुआ था. फिलहाल वो कंपनी के चेयरमैन हैं. 1961 में पिता की मौत के बाद अजीम प्रेमजी ने 21 साल की उम्र में कंपनी की कमान संभाली थी. पिता की मौत के वक्त प्रेमजी स्टैंडफोर्ड यूनिवर्सिटी में पढ़ाई कर रहे थे. मगर विप्रो कंपनी अपनी प्रोडक्ट संतूर साबुन को लेकर दुनिया में नाम कमा रही है.