/BJP के ‘शत्रु’ ने कहा-‘अलीबाबा और चालीस चोर की सरकार’
चालीस चोर की सरकार

BJP के ‘शत्रु’ ने कहा-‘अलीबाबा और चालीस चोर की सरकार’

पटना। अलीबाबा और चालीस चोर की सरकार कहां चल रही है? क्या आपको मालूम है. किसको पता है ये आपको मालूम है?. नहीं न?. ये सबकुछ सिर्फ और सिर्फ एक आदमी को मालूम है. वो हैं बिहारी बाबू शत्रुघ्न सिन्हा. जो फिलहाल बीजेपी के सांसद हैं. पटना साहिब से लोकसभा में नुमाइंदगी पेश करते हैं.

बिहारी बाबू की ललकार

बीजेपी ने बड़े ही अरमानों से अपने ‘शत्रु’ को संभाल कर रखा है. आगे का कुछ कहना फिलहाल मुश्किल है. जब न तब बिहारी बाबू केंद्र सरकार और बीजेपी नेतृत्व को चैलेंज करते रहते हैं.

मगर उनके बारे में बिहार तो छोड़ दीजिए, दिल्ली के नेता भी कुछ कहने से बचते हैं.

या यूं कहें कि बिहारी बाबू पर बोलने की जब बारी आती है, तो अपना मुंह सील लेते हैं. जब कि शायद ही कोई मंच होगा जहां से बिहारी बाबू नेतृत्व को ललकारते न हों.

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चालीस चोर की सरकार

खैर, अबकी बार पटना में आयोजित ‘राष्ट्र मंच’ के कार्यक्रम से उकसाया है.

उन्होंने केंद्र सरकार को अलीबाबा और चालीस चोर की संज्ञा दे दी. इसी मंच से बीजेपी के सीनियर नेता रहे यशवंत सिन्हा ने पार्टी छोड़ने का ऐलान किया.

जीएसटी पर भी शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि जल्द ही एक टैक्स से अब पूरे देश में चालीस टैक्स लगेगा.

बिहारी बाबू ने कहा कि वो अपनी पार्टी को चुनौती देते हैं उन्हें निकाल कर दिखाए. वो जब चाहें ऐसा फैसला ले लें. न्यूटन के तीसरे नियम को याद रखें. हर क्रिया की प्रतिक्रिया होती है.

‘पार्टी से बगावत नहीं वफादारी’

पार्टी के खिलाफ बोलनेवाले शत्रुघ्न सिन्हा ने कहा कि ये पार्टी के खिलाफ बगावत नहीं बल्कि देश के प्रति वाफादारी है.

हमें ये सिखाया गया है कि व्यक्ति से बड़ा दल होता है.

शत्रुघ्न सिन्हा सीधे-सीथे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर हमला किया. उन्होंने कहा कि मोदी सरकार से न तो दलित खुश हैं, ना किसान और ना ही युवा. बेरोजगारी बढ़ी हुई है. बुनियादी मुद्दों से ध्यान भटकाया जा रहा है. गैर जरूरी मुद्दों को मुद्दा बनाया जाता है. बेटी बचाओ बेटी पढ़ाओ सिर्फ नारा बनकर रह गया है. ग्राउंड लेवल पर कोई काम नहीं हो रहा है.