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अमृतर रेल हादसा: किस बात की जांच? हमारी गलती नहीं- रेल राज्य मंत्री

अमृतसर रेल हादसा: किस बात की जांच? हमारी गलती नहीं- रेल राज्य मंत्री

'रेलवे की कोई गलती नहीं'

दिल्ली। अमृतसर रेल हादसे में रेलवे की कोई गलती नहीं है. रेल राज्य मंत्री मनोज सिन्हा ने कहा कि ‘हादसे की किसी भी तरह की जांच नहीं कराई जाएगी. जहां पर हादसा हुआ वो जगह रेलवे फाटक से 300 मीटर की दूरी पर है. इस घटना में रेलवे की कोई गलती नहीं है. कानून व्यपस्था राज्य सरकार का काम है. लोगों को रेलवे ट्रैक पर जमा नहीं होना चाहिए. हादसे के वक्त लोग रेल ट्रैक पर थे’.

‘रेलवे की कोई गलती नहीं’

मनोज सिन्हा ने कहा कि रेलवे को कार्यक्रम की कोई सूचना नहीं दी गई थी. इस मामले पर राजनीति नहीं होनी चाहिए. ये काफी दुखद घटना है. ट्रेन के स्पीड को लेकर हो रहे विवाद पर मनोज सिन्हा ने कहा कि ड्राइवरों को पहले ही बता दिया जाता है कि कहां स्पीड कम करनी है.

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‘ट्रेनें तो स्पीड से ही चलती है’

हादसे के बाद में मनोज सिन्हा ने कहा कि ‘रेलवे की कोई गलती नहीं’ है. घटनास्थल पर रेलवे ट्रैक घुमावदार है और शाम हो चुकी थी. ड्राइवर को आगे दिखाई नहीं दिया होगा कि ट्रैक पर इतनी भीड़ है. स्पीड के बारे में उन्होंने कहा कि ट्रेनें तो स्पीड से ही चलती है. मनोज सिन्हा से जब गेटमैन के खिलाफ कार्रवाई के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा कि जिसह जगह पर रावण का पुतला जलाया जा रहा था वहां से रेल फाटक 300 मीटर दूर है.

‘किस बात की जांच कराएं’

जांच के बारे में मनोज सिन्हा ने कहा वो किस बात की जांच कराएं. ‘रेलवे की कोई गलती नहीं’ है. पटरी से 70 मीटर दूर कार्यक्रम हो रहा था. जहां पर कार्यक्रम हो रहा था वहां पर मोड़ था. ऐसे में ड्राइवर को कैसे दिखाई देता. आपको बता दें कि रावण दहन के दौरान अमृतसर में हुए हादसे में 60 से ज्यादा लोगों की ट्रेन काटती हुई हाई-स्पीड में चली गई. ये सभी लोग रावण दहन कार्यक्रम को देखने आए थे. चौड़ा बाजार के पास रावण दहन का कार्यक्रम रेलवे ट्रैक के पास हो रहा था. रावण दहन देखने के लिए लोग ट्रैक पर खड़े थे इसी दरम्यान जालंधर-अमृतसर लोकल ट्रेन आई और लोगों को रौंदते हुए चली गई. इससे ठीक पहले ट्रैक से अमृतसर-हावड़ा एक्सप्रेस गुजरी थी.