IPS के घर IPS का धावा
पटना। बिहार में एक आईपीएस के घर पर एक आईपीएस ने धावा बोल दिया. 2007 बैच के आईपीएस अधिकारी और मुजफ्फरपुर एसएसपी के सरकारी, सहारनपुर के पुश्तैनी और दिल्ली के घर पर विजिलेंस केआईजी रत्न संजय ने दलबल के साथ धावा बोल दिया.
तीन ठिकानों पर छापेमारी की गई. विशेष निगरानी इकाई टीम की छापेमारी में करोड़ो की संपत्ति का खुलासा हुआ.
मुजफ्फरपुर के सरकारी आवास से 6 लाख नकद, साढ़ 5 लाख रुपये का आभूषण और करीब 45 हजार रुपये के पुराने नोट बरामद किए गए. सरकार को रिपोर्ट भज दी गई है. एसएसपी विवेक कुमार पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है.
विजिलेंस की टीम ने मंगाई 3 हथकड़ियां
मुख्यमंत्री के आदेश का इंतजार किया जा रहा है. एसएसपी आवास पर विजिलेंस की टीम ने 3 हथकड़ियां भी मंगाई है. छापेमारी की कार्रवाई पिछले 24 घंटे से जारी है. विजिलेंस की टीम अब दस्तावेजों को खंगालने में जुटी है. मुजफ्फरपुर के एसएसपी बनने से पहले विवेक कुमार भागलपुर में तैनात थे.
15 सदस्यीय विजिलेंस की टीम ने एके-47 से लैस एसपी अरुण कुमार शर्मा के साथ सिकंदरपुर स्थित आवास पर धावा बोला. उस समय विवेक कुमार अपने सरकारी आवास पर ही थे.
शराब माफिया से मिलीभगत का आरोप
प्रिवेंशन ऑफ करप्शन एक्ट के तहत कार्रवाई की गई. शराब माफिया से मिलीभगत के आरोप में एक्शन लिया गया. एसएसपी विवेक कुमार पर हरियाणा के शराब माफिया से बात करने का भी आरोप है
बिहार सरकार के भ्रष्टाचार के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की पॉलिसी अपनाए जाने के बाद एसएसपी स्त्र के किसी आईपीएस अधिकारी के खिलाफ ये पहली कार्रवाई है. इससे पहले 2008 में बिहार के तत्कालीन डीजी होमगार्ड और पूर्व डीजीपी नारायण मिश्रा के खिलाफ भी कार्रवाई की जा चुकी है.
आईपीएस अधिकारी विवेक कुमार की केंद्रीय प्रतिनियुक्ति हो चुकी है. उन्हें केंद्रीय मंत्री और मुंबई के पूर्व पुलिस कमिश्नर सतराल सिंह का आप्त सचिव नियुक्त किया जा चुका है.
दारोगा की खुदकुशी बनी गले की फांस?
दरअसल पिछले साल कांटी थाने के पानापुर ओपी पर तैनात दारोगा संजय गौर ने गोली मार पर खुदकुशी कर ली थी. घटना के बाद संजय गौर की पत्नी ने एसएसपी पर घूस लेकर थानाध्यक्ष नहीं बनाने की बात कही थी. हालांकि दूसरे दिन वो अपने बयान से पलट गी थीं. इसके बाद से ही एसएसपी राडार पर थे.