कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी, महाराष्ट्र के जलगांव जिले के जामनेर तालुका के वाकडी गांव में दलित बच्चों की पिटाई वाला वीडियो ट्विटर पर डालकर विवादों में फंसते दिखाई दे रहे हैं।
इसे लेकर मंगलवार को महाराष्ट्र स्टेट कमीशन फॉर प्रोटेक्शन ऑफ चाइल्ड राइट्स (MSCPCR) ने राहुल गांधी को नोटिस भेजा था।
दलित बच्चों की पिटाई वाला वीडियो ट्विटर पर
राहुल ने 15 जून को अपने ट्विटर हैंडल पर घटना का वीडियो शेयर किया था। अब इस मामले में बीजेपी के विधायक राम कदम ने भी शिकायत दर्ज कराई है। शिकायतकर्ता पूरी ताकत लगा रहे हैं कि इस मामले में कांग्रेस अध्यक्ष के खिलाफ आपराधिक मामलों के तहत केस दर्ज हो और उनपर कानूनी कार्रवाई भी की जाए।
दोनों दलित बच्चे जिनकी पिटाई की गई है वो दोनों ही नाबालिग हैं…ऐसे में हम आपको वो वीडियो तो नहीं दिखा सकते लेकिन वो लिंक जरूर दे रहे हैं जिसे कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने ट्वीट किया है।
महाराष्ट्र के इन दलित बच्चों का अपराध सिर्फ इतना था कि ये एक “सवर्ण” कुएं में नहा रहे थे।
आज मानवता भी आखरी तिनकों के सहारे अपनी अस्मिता बचाने का प्रयास कर रही है।
RSS/BJP की मनुवाद की नफरत की जहरीली राजनीति खिलाफ हमने अगर आवाज़ नहीं उठाई तो इतिहास हमें कभी माफ नहीं करेगा pic.twitter.com/STeBSkI1q1
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) June 15, 2018
वीडियो शेयरिंग पर सियासत शुरू
वहीं इस मामले को लेकर महाराष्ट्र कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अशोक चौव्हान ने कहा है कि इस मामले को लेकर राजनीति की जा रही है। उन्होंने कहा कि पिटाई का मामला संगीन है लेकिन उसपर से ध्यान हटाने की कोशिश हो रही है।
जळगाव मधील मागासवर्गीय मुलांना मारहाण करण्याचे प्रकरण गंभीर आहे. दोषींवर कारवाई करण्याऐवजी सरकार काँग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधींना बाल हक्क आयोगाकडून नोटीस देऊन मुळ मुद्द्यावरून दुसरीकडे लक्ष वळवण्याचा प्रयत्न करत आहे. अत्याचारांविरोधात आवाज उठवणे गैर आहे का ?#दलितविरोधीभाजपा pic.twitter.com/pujx7m6XOS
— Ashok Chavan (@AshokChavanINC) June 20, 2018
अब जाकर महाराष्ट्र के गृह राज्यमंत्री और शिवसेना नेता दीपक केसरकर ने भी राहुल गांधी की जलगांव नाबालिग पीड़ित दलित बच्चो के वीडियो सोशल मीडिया पर पोस्ट करने की हरकत को गलत करार दिया।
गोवंडी कोर्ट में पहले से एक मामला
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बता दें कि इससे पहले भी राहुल गांधी पर आरएसएस पर दिए गए एक बयान को लेकर गोवंडी कोर्ट में एक मामला चल रहा है…ऐसे में अब जलगांव के दलित लड़कों की पिटाई का वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर करने का दूसरा मामला भी तूल पकड़ने लगा है जिसमें राहुल गांधी फंसते दिखाई दे रहे हैं।
अगर दलित बच्चों की पहचान उजागर करने का मामला बनता है तो कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी एक नई कानूनी उलझन में फंस सकते हैं।
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