दिल्ली। दहेज के लिए देश में हर साल हजारों बेटियां आज भी मारी जाती हैं। लाख कोशिशों और कैंपेन के बावजूद दहेज हत्या और दहेज के लिए प्रताड़नाओं के मामले में कमी नहीं आ रही।
हर दिन दहेज से जुड़े अपराध के मामले बढ़ते ही जा रहे हैं। ताजा मामला है दिल्ली से सटे नोएडा का, जहां पति और ससुराल वालों ने पांच महीने की प्रेग्नेंट बहू को 48 घंटे तक बांध कर रखा।
पिछले साल ही हुई थी शादी
पीड़ित लड़की का नाम श्वेता है। उसकी शादी 2017 में गौरव नाम के शख्स से हुई थी। शादी के कुछ दिनों बाद ही श्वेता ने जब अपने पिता से शिकायत की कि उसके पति और ससुराल वाले उसे दहेज के लिए परेशान करते हैं।
मामला तब बढ़ा जब एक जून को गौरव ने श्वेता के घर वालों को बताया कि श्वेता गायब है। श्वेता के घरवालों को गौरव और उसके घरवालों पर शक हुआ। श्वेता ने जैसा बताया था, उससे घरवालों को लगा कि ससुरालवालों ने श्वेता की हत्या कर दी है।
घरवालों ने इसकी शिकायत नोएडा के सेक्टर 39 पुलिस थाने में की। उन्होंने पुलिस से कहा कि दहेज के लिए श्वेता को गायब किया गया है।
48 घंटे बाद फैक्ट्री में मिली श्वेता
गौरव ने श्वेता को घर से दूर अपनी ही फैक्ट्री में बांध कर रखा था। पुलिस पहुंची तो श्वेता को वहां अंधेरे कमरे में फर्श पर पड़ा हुआ पाया। श्वेता के हाथ-पैर रस्सियों से बंधे थे। फिलहाल उसकी हालत नाजुक बनी हुई है।
उसे नोएडा के कैलाश हॉस्पिटल के आईसीयू में रखा गया है। वहीं, पुलिस को श्वेता का पता लगाने में अड़तालीस घंटे लग गए। वो भी तब जब श्वेता के घरवाले पुलिस के साथ उसे ढूंढने के लिए गए थे।
घरवालों ने पुलिस को साफ-साफ बताया था कि उसे दहेज के लिए परेशान किया जाता था, इसके बावजूद पुलिस ने श्वेता को ढूंढने में दो दिन लगा दिए। फिलहाल श्वेता बरामद हो चुकी है।
गनीमत है कि वो जिंदा है, वरना समाज में ऐसे भी दहेजलोभी हैं, जो चंद रुपयों के लिए अपनी ही बहू को मार देते हैं और फिर उफ तक नहीं करते।
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