/किशोर बियानी की कंपनी ‘होम टाउन’ ने ‘आइकिया’ को क्यों ‘चिढ़ाया’?
'जो वहां नहीं है, वह यहां है'

किशोर बियानी की कंपनी ‘होम टाउन’ ने ‘आइकिया’ को क्यों ‘चिढ़ाया’?

'जो वहां नहीं है, वह यहां है'

दिल्ली। किसी भी बिजनेस का सेटअप करना कितना मुश्किल होता है, ये बात किसी बिजनेसमैन से बेहतर कौन समझ सकता है. वो चाहे बड़ा बिजनेस हो या छोटा. दुनिया की सबसे बड़ी फर्नीचर कंपनी आइकिया के भी कुछ ऐसे ही अनुभव रहे. जब किशोर बियानी की कंपनी होमटाउन ने आइकिया को चिढ़ाया कि ‘जो वहां नहीं है, वह यहां है’

‘जो वहां नहीं है, वह यहां है’

'जो वहां नहीं है, वह यहां है'

आइकिया ने भारत में अपने पहले स्टोर की शुरुआत हैदराबाद में की तो देसी कंपनी होम टाउन ने उसे ‘चिढ़ाने’ की कोशिश की. उद्योगपति किशोर बियानी की होम फर्निशिंग चेन ने हैदराबाद में ‘आइकिया’ की बाहरी दीवार के पास ही एक पोस्टर लगा दिया जिसे आइकिया शो रूम से भी देखा जा सकता है. इस पोस्टर पर लिखा है- What’s not there, is here. (जो वहां नहीं है, वह यहां है) इसमें there पीले रंग की बैकग्राउंड पर नीले रंग में लिखा गया है जो आइकिया का सिग्नेचर कलर है. जबकि here होम टाउन का सिग्नेचर कलर लाल में लिखा गया है.

विज्ञापन पर आपत्ति नहीं

इसका मतलब ये हुआ कि आइकिया में नहीं मिलनेवाला प्रोडक्ट्स भी होम टाउन में मिल जाएंगे. भारत के ”50 से ज्यादा शहरों में जीवनभर के लिए फ्री मेंटेनेंस की सुविधा”. इस विज्ञापन पर बियानी के तरफ से बयान भी आया. उन्होंने कहा कि ये घात में लगाकर विज्ञापन करना है और ये कहीं से भी गलत नहीं है. खास बात ये रही कि होम टाउन के इस विज्ञापन पर आइकिया ने भी कोई आपत्ति नहीं जाहिर की. आइकिया के भारत में मैनेजर ने इस बहुत मजेदार बताया.

पहले दिन पहुचे 40 हजार


'जो वहां नहीं है, वह यहां है'

स्वीडिश कंपनी आइकिया ने भारत में अपना पहला स्टोर हैदराबाद में खोला है. गुरुवार को उद्घाटन के दिन आइकिया स्टोर में खरीदारों का हुजूम उमड़ पड़ा. किसी तरह भीड़ को काबू में किया जा सका. कंपनी का दावा है कि करीब 40 हजार लोगों ने आइकिया स्टोर को विजिट किया.