गैरों पे करम, अपनों पे सितम
ऐ जान-ए-वफा, ये जुल्म न कर
रहने दे अभी, थोड़ा सा भरम
ऐ जान-ए-वफा, ये जुल्म न कर
फिल्म ‘आखें’ के लिए इस गीत को साहिर लुधियानवी ने 1968 में लिखा था. फिल्म और गीत आज भी काफी फेमस है. एक बार फिर इस ‘दर्द’ को लुधियाना के ही रोहित सभरवाल ने पेट्रोल-डीजल की कीमतों को लेकर आरटीआई के जरिए उभारा है. आरटीआई से मिली जानकारी के मुताबिक भारत सरकार विदेशों में 34 रुपए पेट्रोल और 37 रुपए डीजल बेच रही है.
विदेशों में 34 रुपए पेट्रोल और 37 रुपए डीजल
रोहित सभरवाल के मुताबिक पेट्रोल-डीजल की बढ़ती कीमतों को लेकर उन्होंने पेट्रोलियम मंत्रालय से आरटीआई के तहत जानकारी मांगी कि भारत किन-किन देशों में पेट्रोल और डीजल निर्यात करता है? और किस कीमत पर निर्यात किया जाता है? मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक भारत 15 देशों में 34 रुपए प्रति लीटर की दर से पेट्रोल का निर्यात करता है. जबकि रिफाइंड डीजल 29 देशों में 37 रुपए प्रति लीटर की दर से निर्यात किया जा रहा है. अब सोशल मीडिया पर आरोप लगाए जा रहे हैं कि सरकार ने घरेलू उपभोक्ताओं के लिए पेट्रोलियम उत्पादों पर ज्यादा टैक्स लगाए हैं, जबकि इसे बहुत सस्ती कीमत पर इन उत्पादों का निर्यात किया जा रहा है.
कांग्रेस का केंद्र सरकार पर हमला
हिन्दुस्तान में पेट्रोल और डीजल की कीमतें हमेशा से चर्चा का मुद्दा बनी रहती है. जो राजीतिक दल विपक्ष में होते हैं, वो पेट्रोल और डीजल की बढ़ी हुई कीमतों को लेकर जोरदार हल्ला बोलते हैं. लेकिन सत्ता में आते ही इनके तेवर बदल जाते हैं. लोग सवाल उठाते हैं कि विदेशों में पेट्रोल और डीजल कीमतें भारत के मुकाबले काफी कम है. देश में पेट्रोलियम महंगा मिल रहा जबकि विदेशों में 34 रुपए में पेट्रोल और 37 रुपए में डीजल सरकार निर्यात कर रही है. अब इस पर राजनीति शुरू हो गई है. कांग्रेस प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने इस पर ट्वीट किया है.
विदेशों में 34 रुपए में पेट्रोल और 37 रुपए में डीजल मामले पर उन्होंने लिखा है कि ”RTI ने खोली भाजपा की पोल, दूसरे देशों को मोदी सरकार बेच रही सस्ता तेल! भारतवासियों को दोगुने दाम में मिल रहा तेल, विदेशियों को सस्ता बेच, मोदी सरकार कर रही ‘रुपये’ को फेल! अमरीका व इंग्लैंड जैसे देशों पर मोदी जी मेहरबान, आम भारतीय के बजट को पहुंचाया गहरा नुकसान!”
RTI ने खोली भाजपा की पोल,
दूसरे देशों को मोदी सरकार बेच रही सस्ता डीज़ल-पेट्रोल!भारतवासियों को दोगुने दाम में मिल रहा तेल,
विदेशियों को सस्ता बेच,मोदी सरकार कर रही ‘रुपये’ को फ़ेल!अमरीका व इंग्लैंड जैसे देशों पर मोदी जी मेहरबान,
आम भारतीय के बजट को पहुँचाया गहरा नुक्सान! pic.twitter.com/Lk5nePVdMI— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) August 23, 2018
घरेलू उपभोक्ताओं पर लगाया जाता है टैक्स
सरकारी स्वामित्व वाली मैंगलोर रिफाइनरी और पेट्रोकेमिकल्स लिमिटेड द्वारा आरटीआई के तहत दिए जवाब के मुताबिक 1 जनवरी 2018 से 30 अप्रैल 2018 के बीच 5 देशों को पेट्रोल और 29 देशों को रिफाइंड पेट्रोलियम उत्पादों (पेट्रोल/डीजल) का निर्यात किया गया. इनमें ईराक, अमेरिका, इंग्लैंड हांगकांग, मलेशिया, मॉरीशस, सिंगापुर और यूएई भी शामिल है. इस दौरान पेट्रोल 32 से 34 और डीजल 34 से 36 रुपए प्रति लीटर के दर से निर्यात किया गया.
जब विदेशों में 34 रुपए में पेट्रोल और 37 रुपए में डीजल निर्यात किया गया तो इस अवधि में भारत में पेट्रोल की कीमत 69 रुपए 97 पैसे से लेकर 75 रुपए 55 पैसे तक थी. जबकि डीजल की कीम 59 रुपए 70 और 67 रुपए 38 पैसे के बीच रहा. दरअसल घरेलू उपभोक्ताओं के ऊपर जो टैक्स लगाया जाता है वो निर्यात के वक्त नहीं लगाया जा सकता है. इसी वजह से घरेलू उपभोक्ताओं के लिए पेट्रोल-डीजल की कीमत निर्यात वाले कीमत से ज्यादा होती है.
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