पटना। बिहार की सियासत में अमेरिका के राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रंप की ‘एंट्री’ हो गई है. एक तरफ अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप उत्तर कोरिया के किम से गोटी सेट करने में लगे हैं, जो ही नहीं रहा है. दोनों में से कोई न कोई किसी छोटी बात पर बिदक जाते हैं.
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अब ट्रंप दिलाएंगे स्पेशल स्टेटस?
फिर मनाया जाता है. फिर तैयार होते हैं और फिर रूस (रुठ) जाते हैं. दुनिया के मीडिया के लिए इससे इंट्रेस्टिंग सब्जेक्ट नहीं हो सकता है. किम को तो अब भारत का बच्चा-बच्चा पहचान गया है.
अगर किम जोंग भारत में कहीं से भी चुनाव लड़ जाएं, तो जीत भी सकते हैं. न्यूज चैनलों ने इतनी उनकी पॉपुलारिटी बढ़ा दी है. खैर, बिहार की स्पेशल सियासत में अभी किम की एंट्री नहीं हुई है मगर ट्रप आ गए हैं.
अब तो लगता है कि बिहार को विशेष राज्य का दर्जा नरेंद्र मोदी नहीं दे सकते हैं. ये काम सिर्फ और सिर्फ डोनल्ड ट्रंप करा सकते हैं.
स्पेशल-स्पेशल, स्पेशल-स्पेशल
जब से बिहार झारखंड से अलग हुआ तब से यानि 17 साल से स्पेशल स्टेटस की डिमांड की जा रही है. मगर ये एक ऐसा स्पेशल है, जो किसी असल में चाहिए या नहीं. ये भी नहीं पता. हां, जब-जब कोई चुनाव नजदीक आता है स्पेशल, स्पेशल की शोर सुनाई देने लगती है.
ऐसा लगता है जैसे बिहार को अगर विशेष राज्य का दर्जा दे दिया जाए तो राज्य से सारी समस्याएं मिनटों में खत्म हो जाएगी. बिहार से कोई भी शख्स रोजी-रोटी के लिए परदेश नहीं जाएगा. उद्योगों का रेला लग जाएगा.
‘ट्रंप से मांग रहे हैं क्या?’
दरअसल बिहार में पिछले कुछ दिनों से हमेशा की तरह स्पेशल स्टेटस को लेकर बयानबाजी चल रही है. नीतीश कुमार ब्लॉग लिख रहे हैं. तेजस्वी यादव ट्वीट पर ट्वीट किए जा रहे हैं.
सुशील मोदी की भी चाहत स्पेशल स्टेटस है. तब सवाल उठता है कि ये स्पेशल स्टेटस इतना अच्छा है तो केंद्र की सरकार ने आखिर इसे क्यों रोक रखा है?. तेजस्वी यादव ने ट्वीट कर तंज कसा.
तेजस्वी ने ट्वीट में लिखा कि नीतीश कुमार और सुशील मोदी बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा डोनल्ड ट्रंप से मांग रहे हैं क्या? जनता को बेवकूफ समझा है क्या? सीधे मोदी जी को कहने में डर लगता है क्या?
नीतीश कुमार और सुशील मोदी बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा Donald Trump से माँग रहे है क्या?
जनता को बेवक़ूफ़ समझा है क्या?
सीधे मोदी जी को कहने में डर लगता है क्या?नीतीश चाचा, चंद्रबाबु नायडू जी की तरह रीढ़ की हड्डी सीधी रख बतियाईयें।
बिहार का हक़ माँग रहे है कौनो भीख नहीं
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 30, 2018
नीतीश कुमार,रामबिलास पासवान और सुशील मोदी बिहार के लिए विशेष राज्य का दर्जा विपक्ष से माँग रहे है या फिर किसी अदृश्य भूत-प्रेत से..
केंद्र और राज्य मे आपकी सरकार है।फिर ये माँगने की नौटंकी, किससे?
जनादेश चोरी करने के बाद भी ये अवसरवादी लोग विकास नहीं करने के बहाने ढूँढ रहे है।
— Tejashwi Yadav (@yadavtejashwi) May 30, 2018
नीतीश चाचा, चंद्रबाबू नायडूजी की तरह रीढ़ की हड्डी सीधी रख बात कीजिए. बिहार का हक मांग रहे हैं कोई भीख नहीं. इससे पहले एक और ट्वीट कर तेजस्वी ने नीतीश कुमार और सुशील मोदी पर निशाना साधा था.
बिहार एवं पिछड़े राज्यों की विशेष आवश्यकताओं को एक अलग दृष्टिकोण से देखे वित्त आयोग।https://t.co/eHcajYd4qd
— Nitish Kumar (@NitishKumar) May 29, 2018
नीतीश कुमार इस्तीफे तक की मांग रख दी थी. दरअसल नीतीश कुमार एक ब्लॉग लिखकर बिहार को विशेष राज्य का दर्जा देने की मांग की है. इसमें उन्होंने काफी विस्तार से कई कारणों को गिनाया है. तब से ही विशेष राज्य के दर्जे को लेकर बयानबाजी चल रही है.
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