मुंबई। मुकेश अंबानी का परिवार अपने होने वाले दामाद के साथ मुंबई के इस्कॉन मंदिर आशीर्वाद लेने पहुंचा. मुकेश अंबानी, नीता अंबानी, ईशा अंबानी, अनंत अंबानी, आनंद पीरामल एक साथ दर्शन के लिए पहुंचे.
अंबानी परिवार और पीरामल परिवार की दोस्ती अब रिश्तेदारी में बदलने वाली है.
दोनों परिवार एक-दूसरे को 4 दशक से जान रहे हैं.
मुकेश अंबानी की एकलौती बेटी ईशा अंबानी पीरामल परिवार की बहू बननेवाली है.
दिसंबर में शहनाई
देश के जानेमाने उद्योगपति अजय पीरामल के बेटे आनंद पीरामल से ईशा की शादी होगी.
ईशा और आनंद की शादी इसी साल दिसंबर में होगी. आकाश अंबानी और ईशा अंबानी जुड़वा भाई-बहन हैं.
हाल ही में आकाश अंबानी और श्लोका मेहता की धूम-धाम से सगाई हुई थी.
दोनों की शादी भी दिसंबर में ही होगी. तो मुकेश और नीता अंबानी के घर बेटे और बेटी दोनों की शादी है.
आनंद और ईशा लंबे समय से दोस्त हैं. आनंद ने ईशा को महाबलेश्वर के एक मंदिर में प्रपोज किया.
इस मौके पर ईशा के माता-पिता नीता-मुकेश अंबानी और आनंद के माता-पिता स्वाती-अजय पीरामल ने साथ में लंच भी किया.
ईशा की दादी कोकिलाबेन और भाई आकाश-अनंत भी इस मौके पर मौजूद थे. यानि दोनों परिवारों ने साथ में इसे सेलिब्रेट भी किया.
मुकेश अंबानी के होने वाले दामाद को जानिए
हावर्ड बिजनेस स्कूल से बिजनेस एडमिनिस्ट्रेशन में पोस्ट ग्रेजुएट
यूनिवर्सिटी ऑफ पेंसिलवेनिया से इकोनॉमिक्स में ग्रेजुएट
बिजनेस स्कूल से निकलने का बाद 2 स्टार्टअप शुरू किए
आनंद ने पहले स्टार्टअप का नाम रखा ‘पीरामल ई स्वास्थ्य’
जो आज एक दिन में 40 हजार रोगियों का इलाज कर रही है
आनंद ने दूसरे स्टार्टअप नाम रखा ‘पीरामल रिएल्टी’
अब ये दोनों स्टार्टअप पीरामल एंटरप्राइजेज का हिस्सा है
पीरामल एंटरप्राइजेज के एक्जीक्यूटिव डायरेक्टर हैं आनंद
इंडियन चैंबर-यूथ विंग का सबसे युवा अध्यक्ष रह चुके हैं आनंद
पीरामल खानदान की होनेवाली बहू को जानिए
ईशा अंबानी रिलायंस जियो और रिलायंस रिटेल के बोर्ड मेंबर हैं
इंडस्ट्री बिजनेस में यंग वूमेन का बढ़ावा देने का श्रेय जाता है
रिलायंस जियो प्रोजेक्ट लॉन्च कराने में अहम भूमिका रही है
येल यूनिवर्सिटी से साइकोलॉजी एंड साउथ एशियन स्टडीज में ग्रेजुएट
स्कूल ऑफ बिजनेस स्टैनफोर्ड से बिजनेस एडमिस्ट्रेशन में मास्टर कर रही हैं
‘कमेंट्री करके क्रिकेट नहीं खेल सकते’
हाल ही में आनंद ने अपने होने वाले ससुर मुकेश अंबानी से उद्यमी बनने के लिए प्रेरित करने पर धन्यवाद दिया था.
मुंबई में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि मैंने उनसे पूछा कि क्या मैं कंसल्टिंग या बैंकिंग क्षेत्र में से मुझे किसे चुनना चाहिए?
इस पर उन्होंने कहा कि कंसल्टेंट बनना क्रिकेट देखने या क्रिकेट के बारे में कमेंट्री करने जैसा होता है.
जबकि उद्यमी बनना क्रिकेट खेलने जैसा होता है. आप कमेंट्री करके क्रिकेट कैसे खेल सकते हैं?
इस बारे में नहीं जान सकते. अगर आप कुछ करना चाहते हैं तो उद्यमी बनिए और इसकी शुरुआत अभी से करें.
Comments