दिल्ली। महंगी कारों में शुमार ऑडी के सीईओ को गिरफ्तार किया गया है. जर्मनी की दिग्गज कार कंपनी के सीईओ की अरेस्टिंग से सनसनी फैल गई. बर्लिन पुलिस ने उनकी गिरफ्तारी की. रुपर्ट स्टैडलर पर डीजल गाड़ियों की प्रदूषण परीक्षण प्रणाली में घोटाला का आरोप है.
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फिलहाल पुलिस रिमांड पर स्टैडलर
ऑडी के पेरेंट कंपनी फॉक्सवैगन के प्रवक्ता ने बताया कि स्टैडलर की गिरफ्तारी सोमवार को की गई. कोर्ट में पेशी के बात उन्हें पुलिस रिमांड में भेज दिया गया. पिछले साल फॉक्सवैगन अपनी डीजल गाड़ियों के प्रदूषण स्तर को छिपाने के लिए सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल में दोषी पाई गई थी. वहीं अब धोखाधड़ी का ये नया मामला उसकी ऑ़डी कार पर लगा है. पिछले महीने ऑडी के सीईओ रुपर्ट स्टैडलर ने माना था कि ऑडी ए6 और ए7 मॉडल की 60 हजार कारों में प्रदूषण के स्तर को छिपाने के लिए सॉफ्टवेयर का इस्तेमाल किया गया था. हालांकि 60 हजार गाड़ियां उन 8 लाख 50 हजार गाड़ियों से अलग है जिसे कंपनी ने 2017 के दौरान प्रदूषण सॉफ्टवेयर में बदलाव के लिए रिकॉल किया था. भारत में भी ऑडी और फॉक्सवैगन का बड़ा बाजार है और इन कारों का यहां डिमांड भी जबर्दस्त है.
फॉक्सवैगन भी कर चुकी है ‘खेल’
जानकारों का मानना है कि सॉफ्टवेयर के इस्तेमाल से कारों द्वारा किए जा रहे प्रदूषण को 40 गुना तक कम दिखाया जा सकता है. डीजल गाड़ियों में सॉफ्टवेयर में बदलाव कर प्रदूषण छिपाने का खुलासा पहली बार सितंबर 2015 के दौरान हुआ था. जिसके बाद लंबी कानूनी प्रॉसेस के दौरान फॉक्सवैगन ने इस बात को माना था कि उसने अपनी 6 लाख कारों में सॉफ्टवेयर की मदद से प्रदूषण के स्तर को छिपाने की कोशिश की. इसके बाद फॉक्सवैगन के चीफ ने दुनिया से माफी मांगते हुए माना था कि उनकी कंपनी ने दुनियाभर में अपनी एक करोड़ से ज्यादा कारों को सॉफ्टवेयर के साथ छेड़खानी करते हुए पॉल्यूशन टेस्ट पास करने की कोशिश की थी.