दिल्ली। इंडियन एयरफोर्स के जाबांज विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान (Fighter Abhinandan) करीब 57 घंटे बाद वतन वापस लौट आए. मगर पाकिस्तान यहां भी बेनकाब हो गया. रिहाई की टाइमिंग को लेकर झूठ पर झूठ बोलता रहा. आखिरकार शुक्रवार रात करीब 9 बजकर 35 मिनट पर अभिनंदन की पहली झलक लोगों ने टीवी के जरिए देखी. जबकि पहले तय समय के मुताबिक दिन में ही वाघा बॉर्डर पर अभिनंदन को भारत के सुपुर्द करना था. मगर पाकिस्तान टाइम को खींचता रहा.
पाकिस्तान के 10 झूठ
- ये कोई पहला मौका नहीं था, जब पाकिस्तान लगातार झूठ बोल रहा था. इससे पहले भी वो अपने झूठ को लेकर दुनिया के सामने बेनकाब हो चुका है. विंग कमांडर अभिनंदन (Fighter Abhinandan) को लेकर भी अपनी नापाक चाल चल रहा था. बिना वजह की देरी कर रहा था.
2. पहले सुबह 10 बजे अभिनंदन को छोड़ने की बात कही थी, फिर उसे 2 बजे कहा जाने लगा और आखिकार रात करीब 9 बजकर 35 मिनट पर अभिनंदन को भारत के हवाले किया गया.
3. शुक्रवार 2 बजे के बाद पाकिस्तान की तरफ से कहा गया कि बीटिंग द रिट्रीट के बाद वो अभिनंदन (Fighter Abhinandan) को भारत के हवाले करेगा. इस बार भी उसने नापाक चाल चली. भारत ने बीटिंग द रिट्रीट कार्यक्रम को रद्द कर दिया. अभिनंदन को वाघा से 8 किलोमीटर पहले बाटापुर ऑर्मी कैंप में रोक लिया गया.
4. पाकिस्तान की झूठ की वजह से अभिनंदन की वापसी में देरी होने लगी. वाघा बॉर्डर पर अभिनंदन की स्वागत के लिए काफी तादाद में लोग जुटे थे. उनकी बेसब्री बढ़ने लगी. मीडिया में टाइमिंग को लेकर कन्फ्यूजन हो गया.
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5. पाकिस्तान का रिकॉर्ड बड़ा खराब रहा है. उसने कभी भी अपना वादा पूरा नहीं किया है. अभिनंदन (Fighter Abhinandan) को रिसीव करने गए वायुसेना के अधिकारियों को घंटों इंतजार करना पड़ा
6. इससे पहले पाकिस्तान ने विंग कमांडर अभिनंदन समेत 2 पायलटों को पकड़ने का दावा किया था. दो भारतीय लड़ाकू विमानों को भी मार गिराने का दावा किया था. हालांकि बाद में पाकिस्तान ने यू-टर्न ले लिया.
7. अभिनंदन (Fighter Abhinandan) की रिहाई के बदले पाकिस्तान ने सौदेबाजी करने की कोशिश की, मगर भारत उसकी चाल में नहीं आया. माना जा रहा है कि पाकिस्तान आखिरी वक्त तक सौदेबाजी की फिराक में लगा रहा. शायद इस वजह से भी विंग कमांडर की रिहाई में देरी हुई हो.
8. इमरान खान ने पाकिस्तानी संसद में दावा किया था कि वो शांति के पहल के तहत अभिनंदन (Fighter Abhinandan) की रिहाई का कदम उठा रहे हैं. जबकि सच्चाई ये भी पाकिस्तान के पास रिहाई के अलावा कोई चारा नहीं था. भारत बेहद ही सख्त रवैया अपनाए हुए था.
9. भारत चाहता था कि विंग कमांडर अभिनंदन (Fighter Abhinandan) की रिहाई हवाई मार्ग से हो. मगर पाकिस्तान नहीं चाहता था. इसके बाद पाकिस्तान ने विंग कमांडर अभिनंदन को वाघा बॉर्डर से भारत पहुंचाने की बात कही. मगर टाइमिंग को लेकर यहां भी खेल कर दिया.
10. टाइमिंग को लेकर हुए कन्फ्यूजन में भारतीय मीडिया को बार-बार अपनी ही दी गई खबर को गलत साबित करना पड़ता था. ऐसा लगता था कि भारतीय मीडिया टाइम को लेकर अंदजा लगा रहे हैं, जबकि पूरा माजरा पाकिस्तान ने क्रिएट किया था.
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