दिल्ली। इंडियन आर्मी के कोर्ट ऑफ एन्क्वायरी में सेना के मेजर लितुल गोगोई दोषी पाए गए हैं. अनुशासनात्मक कार्रवाई के आदेश दिए गए हैं. 23 मई को गोगोई को श्रीनगर में होटल ग्रैंड ममता से बडगाम की एक लड़की के साथ हिरासत में लिया गया था. स्थानीय नागरिक से मेल-मिलाप बढ़ाने और ड्यूटी के दौरान ऑपरेशनल एरिया से दूर होने का दोषी पाया गया है. ऐसे में सवाल उठता है कि आखिर लड़की और उसकी मां ने क्या कहा?
लड़की और उसकी मां ने क्या कहा?
फर्जी फेसबुक अकाउंट के जरिए मेजर लितुल गोगोई ने एक लड़की से मुलाकात की थी. जांच के दौरान लड़की ने कहा कि ‘वो मेजर की फेसबुक फ्रेंड थी और अपनी इच्छा से उनसे मिलने होटल गई थी’. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लड़की ने मजिस्ट्रेट के सामने भी यही बात कही. जांच के दौरान सामने आया कि ‘आदिल अदनान’ नाम के फेसबुक अकाउंट के जरिए वो गोगोई से मिली थी. लेकिन महीने भर के भीतर उसे पता चल गया कि ‘आदिल’ असल में मेजर गोगोई हैं जो फेक आइडेंटिटी से अकाउंट बनाए हैं. लड़की ने मजिस्ट्रेट के सामने कहा कि ‘वो आर्मी ऑफिसर को पहले से जानती थी. दोनों साथ में कुछ वक्त बिताना चाहते थे’. लड़की ने कहा कि ‘मैं अपनी मर्जी से गई. कई बार उनसे पहले भी आउटिंग पर मिल चुकी हूं’.
लड़की मां ने भी मेजर गोगोई पर कई गंभीर आरोप लगाए थे. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक लड़की के मां ने कहा था कि ‘गोगोई कई बार रात में उनके घर में आ धमकते थे. वो भी देर रात में. गोगोई को देखकर मेरी हालत खराब हो जाती थी. एक बार तो वो बेहोश हो गई थी. उनके साथ समीर अहमद नाम का एक लड़का भी होता था. समीर मेरी बेटी से बात करता था. कुछ शंका तो थी लेकिन कभी सोचा नहीं था कि मेरी लड़की एक होटल में मिलेगी’. घटना के दिन के बारे में लड़की मां ने कहा कि ‘वो सुबह घर से यह कह कर निकली थी कि बैंक जा रही है और उसके बाद नहीं लौटी. हमें इस घटना का पता तब चला, जब पुलिस का फोन गांव के सरपंच के पास आया’.
कौन हैं मेजर लितुल गोगोई?
पिछले साल अप्रैल में श्रीनगर सीट पर लोकसभा चुनाव होने थे। तब कश्मीर से एक तस्वीर सामने आई थी जिसने लोगों की राय को दो हिस्सों में बांट दिया था। एक कश्मीरी फारूक अहमद डार को सेना की जीप के बोनट पर बांधकर बडगाम में घुमाया गया था। सेना ने कहा था कि फारूक एक पत्थरबाज था और एक हिंसक भीड़ से पोलिंग पार्टी को बचाने के लिए ये कदम उठाना पड़ा। इसी के बाद लितुल गोगोई चर्चा में आए थे. मगर अब दूसरी वजहों से मेजर गोगोई चर्चा में हैं. लड़की और उसकी मां ने कया कहा? ये बयान ज्यादा चर्चा में है.
24 मई को होटल में क्या हुआ था?
मेजर गोगोई को श्रीनगर के होटल से एक महिला के साथ 24 मई पुलिस ने हिरासत में लिया था. जम्मू-कश्मीर पुलिस के मुताबिक होटल ग्रैंड ममता से कॉल आने के बाद आर्मी ऑफिसर, नाबालिग लड़की और एक ड्राइवर को हिरासत में लिया गया. होटल के मालिक मंसूर अहमद ने बताया था कि आर्मी मेजर ने ऑनलाइन होटल की बुकिंग करवाई थी और श्रीनगर एयरपोर्ट से होटल पहुंचे थे.
अहमद ने मीडिया से बात करते हुए बताया था कि गोगोई ने रजिस्ट्रेशन फॉर्म पर लोगों का नाम लिया था. होटल मैनेजमेंट ने उनसे दो आधार कार्ड देने के लिए कहा, इसमें से एक लोकल कश्मीरी लड़की का था, जो कि आधार के मुताबिक नाबालिग थी. होटल का कमरा असम से गोगोई के नाम से बुक किया गया था. पुलिस ने बताया कि पुलिस दल मौके पर पहुंचा और सेना के मेजर गोगोई सहित सभी लोगों को पुलिस थाने ले आई.
पुलिस के मुताबिक पूछताछ में जो जानकारी मिली, उसके अनुसार लड़की सेना अधिकारी से मिलने आई थी. सेना के अधिकारी की पहचान पुलिस द्वारा की गई और उसका बयान दर्ज करने के लिए उसे उनकी यूनिट को सौंप दिया गया. अब इस मामले में कोर्ट ऑफ इन्क्वायरी का फैसला आया है.
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