पाकिस्तान में 25 जुलाई को वोटिंग है. मुल्क अपनी किस्मत तय करेगा. जैसा कि हम लोग हिन्दुस्तान में करते हैं. जीतनेवाले को कितना प्रतिशत वोट मिला, ये कोई मायने नहीं रखता. पूरा खेल सीटों का है. इसलिए नेता सेकेंड्री हो जाता है. बात जिताऊ कैंडिडेट पर जाती है. पाकिस्तान में ज्यादा से ज्यादा सीटें जीतने के लिए वो सबकुछ हो रहा है जो आप इंडिया में देखते या सुनते हैं.
‘राजकुमारी’ को नहीं चाहिए ‘बी’ कैटेगरी
10 दिन की तो बात है, कहां गद्दा और सोफे के चक्कर में पड़ना, पहले वोटर्स की दिल को देख लिया जाए. सो मोहतरमा मरियम नवाज शरीफ ने जेल में मिलने वाली स्पेशल सुविधा को ना कह दिया. हालांकि नियमों के मुताबिक पैसे देकर वो जेल में भी बुनियादी सुविधा ले सकती थीं. मगर असली राजनेता तो वो होता है जो आंसू से भी ‘जूस’ निकाल ले. फिर उसे ‘हेल्थ ड्रिंक’ के तौर पर इस्तेमाल करे. आजकल पाकिस्तान के नवाज खानदान में यहीं चल रहा है. रावलपिंडी के अदियाला जेल में वक्त गुजार रहे नवाज शरीफ और उनकी बेटी मरियम को जेल प्रशासन की तरफ से ‘ए’ कैटेगरी और ‘बी’ कैटेगरी सुविधाएं ऑफर की गई. मगर मरियम ने ‘बी’ कैटेगरी की सुविधा लेने से इनकार कर दिया. इसके लिए बजाप्ता उन्होंने अपना साइन किया हुआ एक लेटर भी जारी किया
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‘बी’ कैटेगरी के कैदियों की सुविधाएं
- एक गद्दा
- कुर्सी और टेबल
- एक पंखा
- कूलर
- 21 इंच का टेलीविजन
- सेपरेट बाथरूम
- एक अखबार
Maryam Nawaz Sharif has issued a statement
where she states ‘I was offered to apply for better
facilities by the Superintendent of the Jail. I refused
of my own will…without any pressure from anyone’.
She is lodged in Adiala jail in
Rawalpindi. #Pakistan pic.twitter.com/60IEXSuoPh
— ANI (@ANI) July 14, 2018
दामाद-ससुर को ‘बी’ कैटेगरी की सुविधा
मगर मरियम ने साफ-साफ कह दिया कि उन्हें कोई भी सुविधा नहीं चाहिए. चिट्ठी में उन्होंने लिखा कि ”जेल अधीक्षक ने मुझे नियमों के मुताबिक बेहतर सुविधाओं की पेशकश की, लेकिन मैंने खुद की इच्छा से सुविधाएं लेने से मना कर दिया. ये किसी के दबाव के बिना मेरा फैसला है”. हालांकि उनके पिता नवाज शरीफ और पति मोहम्मद सफदर ने आवेदन किया और ‘बी’ कैटेगरी की सुविधाएं हासिल की. पूर्व प्रधानमंत्री होने के नाते नवाज शरीफ को ‘ए’ कैटेगरी की सुविधाएं मिल सकती थी. पूर्व सैन्य अधिकारी और सांसद होने के नाते सफदर को ‘बी’ कैटेगरी की सुविधाएं मिल सकती थी. मगर दोनों ने ‘बी’ कैटेगरी की सुविधा ली.
एवेनफील्ड भ्रष्टाचार मामले को लेकर नवाज खानदान मुसीबत में हैं. पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ, उनकी बेटी मरियम नवाज शरीफ और दामाद मोहम्मद सफदर जेल में हैं. शरीफ को 10 साल और मरियम को सात साल की सजा हुई है.
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