दिल्ली। कई बैंकों से धोखाधड़ी के बाद भारत से फरार विजय माल्या ने एक बयान देकर वित्त मंत्री अरुण जेटली की मुश्किलें बढ़ा दी है। लंदन कोर्ट में सुनवाई के लिए आए माल्या ने कहा है कि देश छोड़ने से पहले मैंने वित्त मंत्री अरुण जेटली से मुलाकात की थी। वहीं, जेटली ने भी माल्या से मुलाकात की बात स्वीकारी है। लेकिन माल्या के इस बयान के बाद भाजपा पर कांग्रेस एक बार फिर से हमलावर हो गई है।
‘अरुण जेटली से मिला था’
दरअसल, लंदन कोर्ट के बाहर विजय माल्या ने कहा कि वो देश छोड़ने से पहले अरुण जेटली से मिला था। माल्या ने कहा कि उनसे मिलकर मामले को सुलझाना चाहता था लेकिन बैंकों की आपत्ति के वजह से मामला सुलझ नहीं सका। कोर्ट के बाहर माल्या ने कहा कि मुझे दोनों बड़ी पार्टियों ने राजनीतिक फुटबॉल बना दिया और बाद में मुझे बलि का बकरा बनाया गया। उसने बताया कि जेनेवा में एक मीटिंग में शामिल होने की वजह से मैं देश से बाहर आया था।
I met the finance minster to settle matters before I left. The banks had filed objections to my settlement letters: Vijay Mallya outside London’s Westminster Magistrates’ Court
— ANI (@ANI) September 12, 2018
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वहीं, माल्या के प्रत्यर्पण को लेकर अगली सुनवाई की तारीख 10 दिसंबर रखी गई है। विवाद बढ़ने के बाद माल्या ने सफाई देते हुए कहा कि उसने जेटली से औपचारिक मुलाकात नहीं की थी, बल्कि मीडिया ने उनके बयान को लेकर विवाद पैदा कर दिया। माल्या ने कोर्ट से बाहर आकर कहा कि मैं सिर्फ यह बता रहा था कि किस तरह से भारत से बाहर आया।
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‘सुलझाने का ऑफर दिया था’
माल्या के बयान के बाद मीडिया से बात करते हुए वित्त मंत्री अरुण जेटली ने कहा कि उन्हें मुलाकात के लिए कोई वक्त नहीं दिया गया था। हालांकि संसद परिसर में उन्होंने मुझसे बात कर मामले को सुलझाने का ऑफर दिया था। माल्या ने सांसद होने के विशेषाधिकार का गलत इस्तेमाल किया। जेटली ने कहा कि मैंने उनके ऑफर को ठुकराते हुए कहा कि इस बारे में कोई बातचीत नहीं हो सकती और मैंने उनसे कोई भी दस्तावेज नहीं लिए, जो वह अपने साथ लेकर आए थे।
#WATCH Finance Minister Arun Jaitley says, “I never gave him an appointment” on Vijay Mallya’s claim that he met the Finance Minister before he left. pic.twitter.com/aGxlD69NHY
— ANI (@ANI) September 12, 2018
राहुल गांधी ने मांगा इस्तीफा
वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने कहा है कि विजय माल्या द्वारा लगाए गए आरोप बेहद गंभीर हैं। प्रधानमंत्री को इस मामले में तुरंत एक स्वतंत्र जांच करानी चाहिए। जब तक जांच पूरी हो, तब तक अरुण जेटली को वित्त मंत्री के पद पर नहीं रहना चाहिए।
Given Vijay Mallya’s extremely serious allegations in London today, the PM should immediately order an independent probe into the matter. Arun Jaitley should step down as FInance Minister while this probe is underway.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) September 12, 2018
माल्या और जेटली की मुलाकात पर दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने निशाना साधते हुए कहा कि देश छोड़ने से पहले नीरव मोदी की प्रधानमंत्री से मीटिंग और माल्या की वित्त मंत्री अरुण जेटली से मीटिंग से क्या साबित होता है, यह लोग जानना चाहते हैं।