पटना। बिहार में अपराधी एक बार फिर से सरेआम खून बहाने लगे हैं. मुजफ्फरपुर में अपराधियों ने सरेशाम बड़ी वारदात को अंजाम दिया. बाइक सवार अपराधियों ने शहर के पूर्व मेयर समीर कुमार की एके-47 से भून डाला. अपराधियों ने समीर कुमार के शरीर में 50 गोलियां उतार दी. इसके बाद हवा में फायरिंग करते हुए फरार हुए, गोलीबारी में मेयर के ड्राइवर की भी मौत हो गई.
शरीर में 50 गोलियां उतार दी
खचाखच भरे बाजार में बनारस चौक पर शाम करीब साढ़े 7 बजे हुई गोलीबारी से लोग दहशत में आ गए. शाम के वक्त समीर कुमार अपनी गाड़ी से कहीं जा रहे थे तभी बाइक सवार अपराधियों ने उनकी गाड़ी को ओवरटेक किया. समीर के गाड़ी के सामने अपनी बाइक खड़ी कर दी. बीच सड़क पर मेयर की गाड़ी रूक गई. इस दौरान सैकड़ों लोग बनारस चौक पर मौजूद थे. दर्जनों गाड़ियां आ-जा रही थी. मगर बेखौफ अपराधियों ने ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दी. समीर के शरीर में 50 गोलियां उतार दी. आचानक फायरिंग की आवाज सुनकर लोग दहशत में आ गए. इधर-उधर भागने लगे. दुकानें बंद होने लगी. जब लोग कुछ समझ पाते तब तक अपराधी हवा में एके-47 लहराते हुए बाइक से भाग निकले.
AK-47 के दो मैगजीन खाली कर दी
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अपराधियों ने 2 से ज्यादा एके-47 के मैगजीन की गोलियां खाली कर दी. इस घटना में समीर कुमार के शरीर में 50 गोलियां उतार दी. समीर और उनके ड्राइवर ने मौका-ए-वारदात पर दम तोड़ दिया. वारदात के बाद बनारस चौक पहुंची पुलिस ने पूर्व मेयर और उनके ड्राइवर को पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल भेजा. इस घटना को लेकर पुलिस फिलहाल कुछ भी बोलने की स्थिति में नहीं है. हत्या की पीछे की वजह कोई दुश्मनी है या राजनीतिक, इसे लेकर जांच की जा रही है. अपराधियों की खोजबीन के लिए आसपास लगे सीसीटीवी को भी खंगाला जा रहा है.
समीर कुमार की सियासी करियर
पूर्व मेयर समीर कुमार के बारे में कहा जाता है कि उन्होंने हेमंत शाही के साथ एक युवा कांग्रेस कार्यकर्ता के तौर पर राजनीति की शुरुआत की. हेमंत शाही की हत्या के बाद उन्होंने कांग्रेस छोड़ दी. बाद में भाजपा में शामिल हो गए. 1998 से 2001 में उन्होंने भारतीय जनता युवा मोर्चा के मुजफ्फरपुर जिलाध्यक्ष के रूप में भी काम किया. 2002 में समीर कुमार मुजफ्फरपुर के महापौर बने और 2007 तक इस पर पद पर रहे. 2009 में समीर कुमार ने बीएसपी की टिकट पर मुजफ्फरपुर से लोकसभा का चुनाव लड़ा. समाजिक रुप से एक्टिव रहनेवाले समीर कुमार कारोबार भी करते थे. सवर्ण समाज के एक-दो कार्यक्रमों में भी समीर कुमार ने शिरकत की थी. मगर रविवार शाम को अपराधियों ने बीच बाजार में गोलियों से भून डाला. उनके शरीर में 50 गोलियां उतार दी.
2 पहले पटना में हुआ था सरेआम मर्डर
अभी 2 दिन पहले यानी 21 सितंबर पटना में कोतवाली थाने के पास अपराधियों ने पूर्व सांसद शहाबुद्दीन के शूटर रहे तबरेज को भरी दुपहरी में गोलियों से भून डाला था. तबरेज पटना के फ्रेजर रोड स्थित ग्रैंड चंद्रा अपार्टमेंट में रहता था. वो मूल रूप से जहानाबाद के गड़ेरिया खंड इलाके का था. वो कई मामलों में आरोपी भी था. बीच सड़क पर 4 गोली मारने बाद पूरे इलाके में दहशत फैल गया था. यहां भी अपराधी बाइक से आए थे. पटना पुलिस ने इस मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी भी की है.
बिहार की राजधानी पटना है और बिजनेस वाला शहर मुजफ्फरपुर को माना जाता है. बड़े शहरों में शुमार है. पहले दिनदहाड़े पटना में मर्डर और फिर महज 80 किलीमीटर की दूर हुए इस वारदात से एक बार फिर से कानून-व्यवस्था के ऊपर बड़ा सवाल खड़ा हो गया है.
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