दिल्ली। हमारे पड़ोसी मुल्क पाकिस्तान में आज आम चुनाव हो रहा है. अगला प्रधानमंत्री कौन होगा? जिस पर पाकिस्तान मुहर लगाएगा. 272 सीटों के लिए 100 पार्टियां मैदान में है. भ्रष्टाचार के आरोपों में पूर्व प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अपनी बेटी दामाद के साथ जेल में हैं.
इमरान बनाएंगे ‘नया पाकिस्तान’
मुख्य मुकाबला पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज), इमरान खान की पार्टी ‘पाकिस्तान तहरीक-ए-इंसाफ’ और पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के बीच है. कहा जा रहा है कि इमरान खान और उनकी पार्टी को सेना और खुफिया एजेंसी आईएसआई का समर्थन हासिल है. इसलिए इस बार इमरान खान पाकिस्तान के नए वजीर-ए-आजम हो सकते हैं. पाकिस्तान के लोगों से इमरान खान ने वादा किया है कि जीत हासिल करने के बाद वो ‘नया पाकिस्तान’ बनाएंगे.
ये भी पढ़ें:
पाकिस्तान का प्रधानमंत्री बनकर कोई क्या हासिल कर लेगा? इतिहास जानिए…
रेहम से रिश्तों को लेकर इमरान खान को अब क्यों हो रहा अफसोस?
‘एक’ पर भरोसा नहीं, ख्वाब पीएम का
पाकिस्तान के प्रधानमंत्री बनने का सपना देख रहे उम्मीदवारों को एक सीट पर भरोसा नहीं है. इसी वजह से कई जगहों से चुनाव लड़ रहे हैं. प्रधानमंत्री की रेस में आगे चल रहे इमरान खान एक-दो नहीं बल्कि 5 जगहों से चुनाव लड़ रहे हैं. इससे पहले 2013 में इमरान खान एक साथ 4 जगहों से चुनाव लड़ चुके हैं. जिसमें 3 जगहों से जीत हासिल किए थे. पाकिस्तान मुस्लिम लीग (नवाज) के अध्यक्ष और नवाज शरीफ के भाई शहबाज शरीफ 4 जगहों से चुनाव लड़ रहे हैं. पाकिस्तान पीपुल्स पार्टी के अध्यक्ष और दो बार प्रधानमंत्री रहीं बेनजीर भुट्टों के बेटे बिलावल भुट्टो 3 जगहों से चुनाव लड़ रहे हैं. बिलावल पहली बार चुनावी मैदान में उतरे हैं.
ये भी पढ़ें:
मरियम को क्या-क्या सुविधाएं मिलती…जिसे लेने से उन्होंने इनकार कर दिया
राजनीति में मरियम की तूती, अरबपति हैं नवाज की यह खूबसूरत बेटी
बूथ के भीतर और बाहर सेना तैनात
ऐसी बात नहीं पाकिस्तान के चुनाव में क्रिकेटर से नेता बने इमरान खान ही ताल ठोक रहे हैं. कई आतंकवादी भी जनता से वोट मांग रहे हैं. मुंबई हमले के मास्टरमाइंड हाफिज सईद का बेटा तल्हा सईद और उसका दामाद खालिद वलीद भी मैदान में है. इसकी पार्टी ‘अल्लाह-हो-अकबर तहरीक’ 266 सीटों पर चुनाव लड़ रही है. चुनाव अभियान के दौरान हुई आतंकवादी घटनाओं में तीन उम्मीदवारों समेत 200 लोग मारे जा चुके हैं.
ये भी पढ़ें:
फिर लौटे पाकिस्तानी पत्रकार चांद नवाब, इस बार पान के चक्कर में फंस गए
वोटिंग के लिए 16 लाख कर्मचारियों को लगाया गया है. पाकिस्तान में करीब 10 करोड़ वोटर है. इस बार के चुनाव में सेना का दखल ज्यादा है. मतदान केंद्र के बाहर और भीतर सेना के जवान तैनात किए गए हैं. इस फैसले की वजह से पाकिस्तान चुनाव आयोग की आलोचना हो रही है. हालांकि सेना प्रमुख जनरल कमर बाजवा ने भरोसा दिया है कि चुनाव ड्यूटी में लगाए गए सैनिक आयोग की आचार संहिता का कड़ाई से पालन करेंगे.