दिल्ली। स्कूली शिक्षा को और बेहतर कैसे बनाया जाए, इसे लेकर IIT Delhi में Education Conclave हुआ. शिक्षा के क्षेत्र में कई तरह के प्रयोग हो रहे हैं. शिक्षा को गुणवत्ता पूर्ण (Skill-based education) बनाने के लिए माथापच्ची चल रही है. उसकी पहुंच को जिलों और गांवों तक ले जाने के लिए कई उपाए किए जा रहे हैं.
IIT Delhi ने रचा इतिहास
गुणवत्ता पूर्ण शिक्षा और उसके महत्व पर IIT Delhi में Education Conclave 2019 का आयोजन इनटेलीफाई (Intellify) और NSS ने किया. इनटेलीफाई IIT Delhi के पूर्ववर्ती छात्रों का संगठन है, जबकि NSS (National service scheme) यानी राष्ट्रीय सेवा योजना, देश के युवाशक्ति के व्यक्तित्व विकास हेतु युवा कार्यक्रम और खेल मंत्रालय भारत सरकार द्वारा संचालित एक सक्रिय कार्यक्रम है. इसके गतिविधियों में भाग लने वाले विद्यार्थी, समाज के लोगों के साथ मिलकर समाज के हित के काम करते हैं. IIT Delhi में 30 दिसंबर 2019 के हुए कार्यक्रम में पूरे देश से 800 से ज्यादा छात्र, 100 से ज्यादा शिक्षक, पॉलिसी बनाने वाले, शिक्षाविद् और शिक्षा में निवेश करने वाले शामिल हुए.
नेशनल क्रिएटिव प्रोग्राम लॉन्च
शिक्षा के लिए होने राष्ट्रीय स्तर के प्रतियोगिताओं में शामिल होने वाले छात्रों को सम्मानित भी किया गय़ा. कॉन्क्लेव में IIT Delhi के छात्रों के कई वीडियो भी दिखाए गए. जिसमें कई ऐसे वीडियो थे जिसमें उनके आइडिया को देशभर से सराहना मिली थी. NCRT ने भी छात्रों के नई आइडिया को स्कूलों तक ले जाने की बात कही. इसकी विस्तृत पढ़ाई स्कूलों में कराने का भरोसा दिया. इनटेलीफाई (Intellify) ने एजुकेशन कॉन्क्लेव में नेशनल क्रिएटिव प्रोग्राम 2020 भी लॉन्च किया. जिसमें 5 हजार से ज्यादा स्कूल इस कार्यक्रम से जुड़ेंगे. ताकि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा को 2020 में और बेहतर सकें. इनटेलीफाई (Intellify) का मानना है कि एजुकेशन कॉन्क्लेव में नेशनल क्रिएटिव प्रोग्राम 2020 से 5 लाख से ज्यादा छात्रों को फायदा होगा. इसमें सरकारी और प्राइवेट स्कूलों में पढ़ने वाले छात्रों को शामिल किया जाएगा. 21वीं सदी की चुनौतियों के लिए इस प्रोग्राम के जरिए वो पूरी तरह तैयार होंगे.
पैनल डिस्कशन में नामचीन हस्तियां
IIT Delhi में हुए Education Conclave 2019 में एक पैनल डिस्कशन भी हुआ. जिसका टॉपिक था 21st Century Skills- Changes in the Education Sector and the Role of Schools in the Technology Age. इसकी अध्यक्षता मानव संसाधन विकास मंत्रालय के निदेशक रजनीश कुमार, पिरामल फाउंडेशन के निदेशक मनमोहन सिंह, आंत्रप्नयोरशिप माइंडसेट कैरिकुलम के को-क्रिएटर और एडुटेक स्टार्टअप के मेंटर तारक गोराड़िया, चीफ प्रोग्राम ऑफिसर वंदना भटनागर और सीबीएसई के निदेशक बिश्वजीत साहा ने शिरकत की.
शिक्षा में तकनीकी का क्या योगदान हो सकता है, इस विषय पर भी चर्चा की गई इसके गवाह बने IIT Delhi के प्रोफेसर एमआर रवि, IIT Delhi के प्रोफेसर मनन सुरी (EE Department, Neuromorphic Hardware Research Group), सैमसंग कंपनी के निदेशक मनीष शर्मा, अवंति लर्निंग सेंटर के सक्षम, Dare2Compete के सीईओ अंकित अग्रवाल और Villgro के अंकित झा.
केजरीवाल भी आए IIT Delhi
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी कार्यक्रम में शामिल हुए. दिल्ली के सरकारी स्कूलों में इनटेलीफाई (Intellify) के किए गए कामों की उन्होंने सराहना की. दिल्ली सरकार की तरफ से स्कूलों में किए जाए रहे कामों के बारे में भी बताया. केजरीवाल ने कहा कि गुणवत्तापूर्ण शिक्षा के लिए सबको मिल कर काम करना होगा. तभी ये और बेहतर तरीके से काम कर पाएगा.
ऐसे देने होंगे छात्रों को Exam
IIT Delhi में Education Conclave में हुए नेशनल सायंस और क्रिएटिव प्रोग्राम 2020 के लिए 2 स्तर पर परीक्षा के जरिए छात्रों का चयन किया जाएगा. तीसरा और आखिरी स्तर पर उनके क्रिएटिव और इनोवेटिव स्किल को परखा जाएगा. ये सबकुछ उनकी काबिलियत और हुनर पर टिका रहेगा. इसके बाद परेश गुप्ता के देखरेख में शिक्षकों और बच्चों के माता-पिता के लिए एक कार्यशाला का भी आयोजन किया जाएगा. इसमें उन्हें बताया जाएगा कि कुछ भी क्रिएटिव करने से पहले किन-किन चीजों का खास ध्यान रखनी चाहिए. शिक्षकों को किस तरह से क्लास में पढ़ानी चाहिए ताकि उनके छात्र और ज्यादा क्रिएटिव बन सके.
इसमें ये भी तय किया गया कि नेशनल सायंस और क्रिएटिव प्रोग्राम 2020 में किस क्लास का छात्र क्या करेगा. जैसे-
क्लास 5th-6th– students developed Hologram out of waste plastic material.
Class 7th-8th– students made Wind to Electrical Energy Convertor
क्लास 9th-10th– students made Water Level Controller.
Class 11th-12th– students made Automatic Street Light Controller
IIT Delhi में हुए Education Conclave 2019 के सेशन का समापन भाषण अनिल स्वरूप (ex. Education Secretary 2016-18) ने दिया. उन्होंने कहा कि अच्छी जिंदगी के लिए हमें अभी बहुत कुछ करना बाकी है. इसके लिए और कठिन परिश्रम की जरूरत है.