दिल्ली। World Health Organisation के मुताबिक Lung Cancer की वजह से पूरे विश्व में लगभग 2 करोड़ से ज्यादा लोगों की हर साल मौत होती है। 1 अगस्त को हर साल World Lung Cancer Day मनाया जाता है। इस दिन लोगों को फेफड़ों के कैंसर Lung Cancer के कारणों और इलाज के बारे में जागरुकता बढ़ाया जाता है।
Lung Cancer Day की 2012 में शुरुआत
फेफड़ों का कैंसर Lung Cancer पूरी दुनिया में कैंसर से संबंधित मौतों का प्रमुख कारण है। ब्रेस्ट और प्रोस्टेट या फिर किसी प्रकार का कैंसर हो Lung Cancer की वजह से उनकी तुलना में लोगों की अधिक मौत होती है।
Lung Cancer Day की शुरुआत 2012 में इंटरनेशनल रेस्पिरेटरी सोसाइटीज के फोरम द्वारा आयोजित किया गया था। इस दिन को इस बीमारी के अध्ययन के लिए इंटरनेशनल एसोसिएशन और अमेरिकन कॉलेज ऑफ चेस्ट चिकित्सकों के द्वारा चुना गया था।
लंग कैंसर पर IASLC विश्व सम्मेलन अपनी तरह का दुनिया का सबसे बड़ा संगठन है जो केवल फेफड़ों के कैंसर से संबंधित अध्ययन करता है। उनका मुख्य उद्देश्य लोगों को फेफड़ों के कैंसर Lung Cancer के प्रमुख कारणों के बारे में सूचित करना है। धूम्रपान (Smoking) और एस्बेस्टोस, आर्सेनिक, यूरेनियम की अधिकता से इस बीमारी के चपेट में आने से लोगों को सावधान करना है।
फेफड़े के कैंसर के लक्षण
फेफड़े के कैंसर Lung Cancer के लक्षणों में लंबी सांस लेना, खांसी के साथ खून आना, छाती या पीठ में दर्द और बलगम होना शामिल है। हालांकि फेफड़ों के कैंसर Lung Cancer में अनुसंधान के लिए धन कमी तो है लेकिन इसके बावजूद इसके इलाज की प्रक्रिया में और इसकी जागरूकता में महत्वपूर्ण सुधार हुए हैं।
Corona की चपेट में आने का खतरा
कोरोना वायरस (Covid-19) महामारी के इस काल में फेफड़े के कैंसर लंग कैंसर के रोगियों को अधिक सावधान रहने की जरूरत है। क्योंकि इस बीमारी के लक्षणों वाले लोगों में कोरोना वायरस होने की प्रतिशतशता अधिक पाई जाती है। इतना ही नहीं कीमोथेरेपी या इम्यूनोथेरेपी जैसे सक्रिय उपचार से गुजरने वाले कैंसर के रोगियों में भी इसका खतरा बढ़ जाता है।
Doctor से जल्द करें संपर्क
फेफड़े का कैंसर लंग कैंसर एक तेजी से फैलने वाली बीमारी है। जिसे रोक पाना बहुत मुश्किल हो सकता है। इसलिए इसकी प्रगति को नियंत्रित करना बहुत महत्वपूर्ण है। मरीजों को महीनों तक उपचार में देरी नहीं करनी चाहिए। अगर फेफड़े के कैंसर लंग कैंसर संबंधित कोई भी लक्षण दिखे तो तुरंत उपचार के लिए डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
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