दिल्ली। वैसे बारिश और बाढ़ की कई यादें जेहन में रह जाती है. बड़े होने पर उसके किस्से सुनाए जाते है. मगर अभी जो हो रहा वो किसी मुसीबत से कम नहीं है. लोगों के घरों में पानी भर गया है. तकरीबन पूरे पटना (Patna) का ग्राउंड फ्लोर डूब गया है. मंत्री से लेकर संतरी तक कोई नहीं बचा है. ग्राउंड फ्लोर एनजॉए करने वाले लोग उस दिन को कोस रहे हैं जब उन्होंने ग्राउंड फ्लोर पर रहने का फैसला किया था.
अभी Patna जाने का वक्त नहीं
सड़क से लेकर रेल यातायात तक प्रभावित हुआ है. पटना (Patna) को टच करनेवाली 47 ट्रेनों पर इसका असर पड़ा है. कुछ ट्रेनें रद्द कर दी गई हैं तो कुछ का रूट डायवर्ट कर दिया गया है. अगर आप बिहार या उत्तर प्रदेश जाने की सोच रहे हैं तो कुछ दिनों तक अपना प्लान चेंज कर लीजिए. मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि अगले कुछ दिनों तक भारी बारिश का दौर जारी (Patna) रहेगा. आमतौर पर दक्षिण पश्चिम मानसून 1 सितंबर से पश्चिमी राजस्थान से वापसी शुरू कर देता है. मगर इस बार सितंबर के आखिर में भी इसके वापसी के संकेत नहीं मिल रहे हैं.
आधा बिहार पानी से परेशान
आधा अधिक बिहार बाढ़ और बारिश की चपेट में है. अगले दो दिनों तक बारिश को लेकर 14 जिलों में रेड अलर्ट जारी कर दिया गया है. इनमें सुपौल, किशनगंज, बांका, समस्तीपुर, मधेपुरा, सहरसा, पूर्णिया, दरभंगा, भागलपुर, खगड़िया, कटिहार, अररिया, वैशाली और मुंगेर शामिल है. 9 जिलों में बारिश को लेकर ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है. जबकि पटना (Patna) सहित 5 जिले येलो अलर्ट पर हैं. मौसम विभाग की माने तो अगले 48 घंटे तक बारिश के हालात बने रहेंगे. 3 अक्टूबर तक स्थिति सामान्य होने की संभावना है.
मंत्री-संतरी सब पानी-पानी
पटना (Patna) के नालंदा मेडिकल कॉलेज अस्पताल में बारिश का पानी घुस गया है. इससे मरीजों की मुसीबत बढ़ गई है. उन्हें ऑडिटोरियम में शिफ्ट किया गया है. डिप्टी सीएम सुशील कुमार मोदी, शिक्षा मंत्री कृष्णनंदन वर्मा, सांसद राजीव प्रताप रूडी का घर बारिश की पानी से लबालब है. सड़क निर्माण मंत्री नंद किशोर यादव और विधान परिषद के सभापति हारुण रशीद के घर (Patna) में भी पानी घुस चुका है. ऐसे आम पटनावासी की हालात का अंदाजा लगाया जा सकता है. कई जिलों में स्कूल, कॉलेज और कोचिंग संस्थानों के बंद रखने का आदेश जारी किया गया है.
हालात पर सरकार की नजर
बिहार के सीएम नीतीश कुमार ने आपदा विभाग के साथ पटना (Patna) में बैठक की. जिलाधिकारियों को 15 अक्टूबर तक विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश दिया गया है. पटना के राजेंद्र नगर, एसके पुरी और कंकड़बाग का इलाका सबसे ज्यादा प्रभावित है. जिला प्रशासन अपने स्तर पर पूरी कोशिश कर रहा है. मगर बारिश रुकने का नाम ही नहीं ले रहा है. हो रही बारिश ने लोगों की मुसीबतों को और बढ़ा दिया है.
Comments