कोच्चि। केरल में स्नेक वाटर रेसिंग का आयोजन हुआ. इसका नजारा अद्भुत था. इसे देखने के लिए काफी दूर-दूर से सैलानी आए थे. हनीमून कपल भी इसे काफी पंसद करते हैं. एक साथ करीब दर्जन नावों पर सैकड़ों रेसर ने जोर आजमाइश की. केरल में बाढ़ से मची तबाही के बाद अब एक बार फिर से पर्यटन धीरे-धीरे तेजी से देखने को मिल रही है.
अलपुज्जा बैकवाटर्स में रेसिंग
यहां के शांत समुद्र तट, सुहावना मौसम, हरे-भरे हिल स्टेशन और दूर तक फैले पहाड़ और हरियाली, इस स्थान को हर लिहाज से परेक्ट बनाते हैं. खास तौर पर यहां के बैकवाटर डेस्टिनेशंस. केरल में बैकवाटर के जबर्दस्त प्वॉइंट्स है. अलपुज्जा बैकवाटर्स की खासियत है कि हल्की बारिश में बोट की सवारी आपको आनंदित कर देगी. हर साल आयोजित होनेवाली स्नेक बोट रेस अगस्त के पहले हफ्ते में आयोजित होती है. इसे देखना भी आनोखा अनुभव होता है. इस साल बाढ़ की वजह से इसे कैंसिल कर दिया गया था. हालांकि शनिवार को इसका आयोजन हुआ. यहां पहुंचने के लिए आप फ्लाइट से कोच्चि इंटरनेशनल एयरपोर्ट तक पहुंच सकते हैं. जबकि नजदीकी रेलवे स्टेशन अलपुज्जा है.
अल्लिपे बैकवाटर भी मशहूर
केरल का अल्लिपे बैकवाटर भी काफी मशहूर है. अपनी पिक्चर परफेक्ट ब्यूटी, बैकवॉटर ट्रिप और हाउसबोट के लिए काफी फेमस है. अल्लिपे बैकवॉटर में हाउसबोट बुक कर सकते हैं. यहां समुद्री किनारा, कृष्णापुरम पैलेस, बर्ड सेन्चुरी, मरारी बीच झील और श्रकृष्ण मंदिर है. यहां आने के लिए मॉनसून से पहले या मॉनसून के बाद आना बेहतर होता है. घूमने-फिरने के शौकीन लोग जो मौज-मस्ती के साथ खुद को रेलैक्स करने के लिए प्रकृति के करीब जाना चाहते हैं, उनके लिए केरल एक परफेक्ट डेस्टिनेशन माना जाता है.
कासरगोड भी दिलचस्प
कासरगोड भी केरल में एक सुंदर डेस्टिनेशन है. यहां सैलानियों के बैकवाटर का बेहतरीन अनुभव मिलता है. यहां का अभी पर्यटन की बहुत भीड़भाड़ नहीं पहुंची है. यहां का बैकवाटर्स का मजा लेने के लिए आपको दिसंबर के दूसरे सप्ताह और जनवरी तक आना बेस्ट होता है. गर्मियों में ये इलाका से तपने लगता है.