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मायावती ‘न नर न नारी’ वो तो ’56 इंच के मर्द पर भारी’ जानिए किसने क्या कहा?

मायावती ‘न नर न नारी’ वो तो ’56 इंच के मर्द पर भारी’ जानिए किसने क्या कहा?

बीजेपी की एक गरिमामयी नेता दूसरी महिला नेता का चीरहरण कर चुकी हैं। मुगलसराय की विधायक चंदौली में जब बोलीं तो तमाम मर्यादाएं तोड़ डालीं। उनके विवादित बयान ने हाथी सवार बीएसपी सुप्रीमो मायावती (Mayawati) को बेध डाला।

दरअसल, ये सपा-बसपा के चुनावी गठजोड़ की भड़ास है। ये खिसियाहट वोट बैंक पर पड़ती सेंध की उपज है। ये अचानक से खिसकती दिखती चुनावी जमीं के छिछलेपन का सतह पर आना है। ये मौसमी जुबान भी है जिसकी कैंची किसी (Mayawati) का भी बखिया उधेड़ने से परहेज नहीं करती। और तो और इसे बीजेपी दिग्गजों में हार के ख़ौफ के तौर पर भी देखा जा सकता है।

मायावती (mayawati) ‘न नर न नारी’

वैसे चुनाव नजदीक हों और हार की वजह दिखने लगे तो बोल बिगड़ ही जाते हैं। बीजेपी में ये आदत कुछ ज्यादा ही मुखर है। ऐसे में बीजेपी की महिला विधायक की साधना बिगड़ी तो उन्होंने हाथी सवार मायावती (Mayawati) को भी नहीं बख्शा।

बीजेपी विधायक साधना सिंह ने मायावती को गेस्ट हाउस कांड पर घेरते हुए उन्हें किन्नर से भी बदतर बताया। इतना ही नहीं, उन्होंने कहा कि मायावती न नर है और न नारी। उन्होंने ये भी कहा कि “जिस दिन महिला का चीरहरण होता है, उसका ब्लाउज फट जाए, पेटीकोट फट जाए, साड़ी फट जाए, वो महिला सत्ता के लिए आगे आती है तो वो कलंकित है”। साधना सिंह ने मायावती (Mayawati) को महिला कहने में भी संकोच जताया।

आप भी सुनिए क्या कहा बीजेपी की महिला विधायक साधना सिंह ने-

आप ने भी खोया ‘आपा’

साधना के इस विवादित बयान के बाद समाजवादी पार्टी के नेता अखिलेश यादव ने इसे घोर निंदनीय बताया और ट्वीटर पर इसकी निंदा भी की। उन्होंने लिखा है कि बीजेपी नेता के इस तरह के बयान उनके नैतिक दिवालियापन और हताशा के प्रतिक हैं।


वहीं आम आदमी पार्टी की नेता अलका लांबा ने इसपर (Mayawati) तंज भी कसा और मजे भी लिए। अलका लांबा ने ट्वीट कर एक तरफ जहां किन्नरों को लेकर कहा कि वो बदतर नहीं होते तो वहीं मायावती को लेकर ये तंज कसने से भी नहीं चूकीं कि वही एक नारी 56 इंच मर्द पर भारी है।


कुल मिलाकर सियासत की दागदार सफेदी झलकने लगी है। हाथी मेरे साथी वाले कार्यकर्ता भी बीजेपी पर बड़े बयान देने लगे हैं। बसपा नेताओं ने बीजेपी के इस बयान (Mayawati) को बीजेपी नेता का मानसिक असंतुलन बताया है। बसपा के महासचिव ने बीजेपी के नेताओं को आगरा और बरेली के अस्पतालों में भर्ती होने के लिए भी कहा है।

बीजेपी के पहले भी ऐसे बयान

ऐसा नहीं है कि किसी बीजेपी नेता ने मायावती (Mayawati) पर पहली बार इस तरह से विवादित बयान दिया है। इससे पहले भी यूपी के 2016 में बीजेपी उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह ने मायावती पर विवादित टिप्पणी की थी। दयाशंकर ने तब मायावती को वेश्या से भी बदतर चरित्र वाला नेता बताया था।

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हालांकि बाद में इस बयान पर विवाद को लेकर पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया था। लेकिन आज की तारीख में दयाशंकर की पार्टी में वापसी भी हो चुकी है और उनकी पत्नी स्वाति सिंह यूपी सरकार में मंत्री भी हैं।