दिल्ली। सोनिया गांधी के दामाद और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के बहनोई रॉबर्ट वाड्रा (Robert vadra) से प्रवर्तन निदेशालय यानी ईडी की ऑफिस में 6 घंटे तक पूछताछ हुई. कांग्रेस महासचिव और उनकी पत्नी प्रियंका गांधी उन्हें ईडी ऑफिस तक छोड़ने आई थीं. मनी लॉन्ड्रिंग मामले में ईडी ने रॉबर्ट वाड्रा को पूछताछ के लिए समन जारी किया था. पूछताछ के सवाल पर वाड्रा के वकील ने कहा कि जांच जारी होने की वजह से इसका डिटेल शेयर नहीं कर सकते हैं. जब भी ईडी के तरफ से बुलाया जाएगा वो जरूर आएंगे.
‘लंदन में संपत्ति नहीं है’
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक पूछताछ के दौरान रॉबर्ट वाड्रा (Robert vadra) ने संजय भंडारी और उनके चचेरे भाई शिखर चड्ढा के साथ किसी तरह का कारोबारी रिश्ते से इनकार किया. उन्होंने कहा कि मैं मनोज अरोड़ा को जानता हूं, वे मेरे कर्मचारी थे, लेकिन उन्होंने आरोड़ा के ईमेल लिखने से इनकार किया. इसके साथ ही वाड्रा (Robert vadra) ने कहा कि मेरे पास कोई भी प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष रूप से लंदन में संपत्ति नहीं है.
अदालत से मिली राहत
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा (Robert vadra) ने गिरफ्तारी से बचने के लिए अदालत में अर्जी लगाई थी. मनी लॉन्ड्रिंग केस में उनकी इस अपील पर सुनवाई करते हुए पिछले हफ्ते ही दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने उन्हें राहत दे दी. वाड्रा (Robert vadra) के तरफ से उनके वकील ने आश्वासन दिया कि जब भी पूछताछ के लिए समन जार होगा वो जरूर पेश होंगे.
क्या है पूरा मामला
रॉबर्ट वाड्रा (Robert vadra) के खिलाफ चल रहा केस लंदन के 12 ब्रायस्टन स्क्वायर पर स्थित एक संपत्ति की खरीद में मनी लॉन्ड्रिंग के आरोपों से जुड़ा है. ये पॉपर्टी 19 लाख पाउंड में खरीदी गई थी और इसका मालिकाना हक रॉबर्ड वाड्रा (Robert vadra) के पास है. लंदन स्थित इस संपत्ति को 19 लाख पाउंड में भगोड़े हथियार व्यापारी संजय भंडारी ने खरीदा था. 2010 में इसे इतनी ही राशि में बेच दिया गया. जबकि उसकी मरम्मत, साजसज्जा पर 66 हजार पाउंड खर्च किया गया था. बावजूद इसके खरीद दाम में ही पॉपर्टी को रॉबर्ट वाड्रा को बेची गई.