दिल्ली। सबरीमाला मंदिर में सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद भी महिलाओं की एंट्री नहीं हुई है। एक बार फिर से केरल स्थित सबरीमाला मंदिर का पट खुल गया है, लेकिन महिलाओं की एंट्री पर फिर रार जारी है। कई महिलाओं ने जाने की कोशिश तो की लेकिन वहां तक पहुंच नहीं पाई है। लेकिन सिर्फ मंदिरों में महिलाओं के लिए ही नहीं देश के कई मंदिरों में पुरुषों को भी जाने की मनाही है।
कन्याकुमारी मंदिर (तमिलनाडु)
तमिलनाडु में ही स्थित है कन्याकुमारी मंदिर। जहां देवी पार्वती ने भगवान शिव को पाने के लिए कड़ी तपस्या की थी। इसलिए ही देवी पार्वती के इस मंदिर में पुरुषों को प्रवेश करने की अनुमति नहीं है। कन्याकुमारी मंदिर को भगवती अम्मन मंदिर भी कहा जाता है. हिन्दू पौराणिक कथाओं में 108 शक्ति पीठों में से एक है.
देवी सावित्री मंदिर (राजस्थान)
वहीं, राजस्थान के पुष्कर में ब्रह्माजी की पत्नी देवी सावित्री का एक मंदिर है। यह मंदिर रत्नागिरी पर्वत पर स्थित है। इस मंदिर में सिर्फ महिलाओं को प्रवेश के अधिकार हैं। पुरुषों को इस मंदिर में प्रवेश करने की मनाही है। इसके पीछे की वजह बताई जाती है कि ब्रह्माजी ने पहले से ही एक पत्नी के होते हुए भी दूसरी शादी कर ली थी। जिससे नाराज होकर देवी सावित्री ने ब्रह्माजी को केवल पुष्कर में उनका मंदिर होने का शाप दिया था।
अट्टुल मंदिर (केरल)
इसके अलावे केरल में एक और मंदिर स्थित अट्टुल मंदिर। यहां प्रसिद्ध अट्टुल पोंगल नामक त्योहार बहुत धूमधाम से मनाया जाता है। इस त्योहार के चलते किसी भी पुरुष का मंदिर में आने की अनुमति नहीं होती है।
कमाख्या मंदिर (आंध्र प्रदेश)
वहीं, आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में कमाख्या मंदिर है। इस मंदिर परिसर में सिर्फ महिलाओं को पूजा करने का अधिकार है। इतना ही नहीं इस मंदिर की पुजारी भी एक महिला है। यह एक प्रसिद्ध शक्तिपीठ भी है.