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बिहार में BJP-JDU की 50-50 डील, उपेंद्र को किनारे लगाने का ये है फॉर्मूला

बिहार में BJP-JDU की 50-50 डील, उपेंद्र को किनारे लगाने का ये है फॉर्मूला

बिहार में BJP-JDU की 50-50 डील, उपेंद्र को किनारे लगाने का ये है फॉर्मूला

पटना। बिहार में BJP-JDU की 50-50 डील हो गई. जिस बात को पटना में ‘छोटे’ नेता कहा करते थे, उस पर भारतीय जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह ने मुहर लगा दी. इस डील की वजह से उपेंद्र कुशवाहा और रामविलास पासवान को न तो उगलते बन रहा है और ना ही निगलते. डील का असर दिल्ली से लेकर पटना तक दिखा. जिस वक्त अमित शाह इसका एलान कर रहे थे, तकरीबन ठीक उसी वक्त अरवल में उपेंद्र कुशवाहा की तेजस्वी से बैठक चल रही थी.

BJP-JDU की 50-50 डील

डील की वजह से बिहार का सियासी पारा अचानक चढ़ गया है. 2019 लोकसभा चुनाव के लिए बीजेपी और जेडीयू ने 50-50 डील का एलान किया. मुख्यमंत्री और जेडीयू के राष्ट्रीय अध्यक्ष नीतीश कुमार की बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से मुलाकात के बाद BJP-JDU की 50-50 डील की घोषणा की गई. इसका असर एनडीए के दूसरे दलों पर भी दिखा. एनडीए के दूसरे पार्टनर उपेंद्र कुशवाहा ने अरवल सर्किट हाउस में तेजस्वी के साथ चाय पर मीटिंग कर डाली.

वहीं, दिल्ली में इन घटनाक्रमों नजर रखनेवाले रामविलास पासवान के बेटे चिराग पासवान ने BJP-JDU की 50-50 डील पर बिना देर किए वेट एंड वॉच का इशारा कर दिया. जेडीयू-बीजेपी की डील में न तो उपेंद्र कुशवाहा को बुलाया गया था और ना ही रामविलास पासवान को. हालांकि सीटों को लेकर कोई एलान तो नहीं किया गया, मगर अमित शाह ने इतना जरूर कहा कि बीजेपी और जेडीयू समान सीटों पर चुनाव लड़ेगी.

तेजस्वी से मिले उपेंद्र कुशवाहा

एक तरफ दिल्ली में BJP-JDU की 50-50 डील की घोषणा की गई. वहीं दूसरी ओर आरएलएसपी प्रमुख उपेंद्र कुशवाहा ने अरवल में तेजस्वी से मुलाकात की. जब कि मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक तेजस्वी के करीबी एक आरजेडी नेता ने कहा कि चिराग की तेजस्वी से फोन पर करीब 10 मिनट बातें हुई. हालांकि चिराग इस बात से इनकार करते रहे. बाद में उपेंद्र ने तेजस्वी से मुलाकात और चिराग ने फोन पर बातचीत को लेकर सफाई भी दी.

जमुई सांसद चिराग पासवान ने दावा किया कि एलजेपी एनडीए के साथ ही रहेगी. उन्होंने कहा कि हम एक साथ काम करेंगे और हमें उम्मीद है कि चुनाव लड़ने के लिए सम्मानजनक सीटें मिलेगी. मगर BJP-JDU की 50-50 डील पर एतराज नहीं जताया. हालांकि दो दिन पहले रामविलास पासवान के भाई और बिहार एलजेपी अध्यक्ष पशुपति पारस ने कहा था कि 2014 में जिन 7 लोकसभा सीटों पर एलजेपी चुनाव लड़ी थी, उसे वही सीटें चाहिए. इससे कम पर समझौता नहीं होगा. साथ ही झारखंड और यूपी में भी सीटों के लिए दावेदारी की थी.

‘डील’ के 2 फॉर्मूले कौन-कौन?

BJP-JDU की 50-50 डील पर तो उपेंद्र कुशवाहा ने नाराजगी नहीं जाहिर की मगर उपेंद्र कुशवाहा लगातार खीर ऑप्शन (यादवों का दूध और कुशवाहा का चावल) की बातें कर रहे हैं. पटना में खीर का एक भोज भी दिया था. तेजस्वी से उनकी मुलाकात इसी की अगली कड़ी की तौर पर देखा जा रहा है. कुशवाहा ने BJP-JDU की 50-50 डील पर कहा कि अभी सटीक संख्या की घोषणा बाकी है. अगले 2-3 दिनों में अंतिम फैसले की संभावना दिख रही है.

मीडिया में फिलहाल 2 तरह की फॉर्मूले की चर्चा है. पहले फॉर्मूले के मुताबिक बीजेपी 17, जेडीयू 17, एलजेपी 4 और आरएलएसपी को 2 सीटें मिलेगी. दूसरे फॉर्मूले के मुताबिक अगर आरएलएसपी एनडीए से बाहर होती है तो बीजेपी को 18, जेडीयू को 18 और एलजेपी को 4 सीटें मिलेगी. एनडीए कोटे से एलजेपी को राज्यसभा की एक सीट दी जाएगी.