/टिकटों के कैंसिलेशन से हर साल 3000 करोड़ रुपए की कमाई, ऐसे मालामाल हो रहा रेलवे
cris indian railway earn 3000 carore per years of ticket cancellation

टिकटों के कैंसिलेशन से हर साल 3000 करोड़ रुपए की कमाई, ऐसे मालामाल हो रहा रेलवे

दिल्ली। भारतीय रेल कैसे बिना कुछ किए अमीर हो रहा है इसका डाटा CRIS ने जारी किया है. आपके एक फैसले से रेलवे मालामाल हो रहा है. इतना मालामाल की हर साल करोड़ों में कमाई हो रही है. अगर आप अपनी ये फैसला जान लेंगे तो माथा पीट लेंगे.

CRIS के आंकड़े अचंभा करने वाले

सफर की प्लानिंग के साथ अक्सर लोग ट्रेन की टिकट बुक करा लेते हैं. लेकिन ऐन मौके पर टिकट को कैंसिल करा देते हैं. वहीं कुछ लोगों का वेटिंग टिकट कन्फर्म नहीं होता है तो वो ऑटोमेटिक कैंसिल हो जाता है. रेलवे की करोड़ों की कमाई का जरिया भी यही है. जिसमें लगता कुछ भी नहीं है मगर कमाई करोडों में होती है. कट को कैंसिल कराने और ऑटोमेटिक कैंसिल होने, इन दोनों ही हालातों में रेलवे की धुआंधार कमाई है.

कैंसिलेशन से 9000 करोड़ की कमाई

रेलवे यात्रियों से कैंसिलेशन चार्ज लेता है. इस चार्ज से रेलवे ने 9 हजार करोड़ रुपए से अधिक की कमाई की. ये जानकारी सेंटर फॉर रेलवे इनफॉर्मेशन सिस्टम यानी CRIS ने दी है. CRIS के मुताबिक रेलवे ने 2017 से 2020 के दौरान 9 हजार करोड़ रुपए की कमाई की है. CRIS ने कहा कि एक जनवरी 2017 से 31 जनवरी 2020 की तीन साल की अवधि के दौरान साढ़े नौ करोड़ यात्रियों ने वेटिंग लिस्ट वाली टिकटों को कैंसिल नहीं कराया.

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स्लिपर क्लास से सबसे ज्यादा कमाई

वेटिंग लिस्ट वाली टिकटों से रेलवे को 4 हजार 335 करोड़ रुपए की आमदनी हुई. इसी अवधि में रेलवे ने कन्फर्म टिकटों को रद्द कराने के शुल्क से 4 हजार 684 करोड़ रुपए की कमाई की. इन दोनों ही मामलों में सबसे ज्यादा कमाई स्लिपर कैटेगरी के टिकटों से हुई. इसका मतलब ये हुआ कि लोअर मिडिल क्लास से रेलवे मालामाल रहा. इसके बाद थर्ड एसी टिकटों का स्थान रहा. CRIS ने बताया कि इंटरनेट और काउंटरों पर जाकर टिकट खरीदने वाले लोगों की संख्या में भी अतर है. CRIS के मुताबिक तीन साल की अवधि में 145 करोड़ से अधिक लोगों ने ऑनलाइन टिकटों की खरीदारी की जबकि 74 करोड़ लोगों ने रेलवे काउंटरों पर जाकर टिकट खरीदा.