/नही रहीं ‘कुकिंग क्वीन ‘मस्तनम्मा’, यूट्यूब पर खाने की रेसिपी सीखने के शौकीनों को झटका
नही रहीं 'कुकिंग क्वीन 'मस्तनम्मा

नही रहीं ‘कुकिंग क्वीन ‘मस्तनम्मा’, यूट्यूब पर खाने की रेसिपी सीखने के शौकीनों को झटका

नही रहीं ‘कुकिंग क्वीन ‘मस्तनम्मा’, यूट्यूब पर खाने की रेसिपी सीखने के शौकीनों को झटका

हैदराबाद। यूट्यूब पर खाने के शौकीनों को अब स्वादिस्ट पकवान की रेसिपी सिखाने वाली अम्मा की नई टिप्स नहीं मिल सकेंगी. घर-घर में फेमस यूट्यूबर कुकिंग क्वीन आंध्रप्रदेश की मस्तनम्मा (Mastanamma) का नई रेसिपी वाला वीडियो अब लोगों को देखने को नहीं मिल सकेगा. मस्तनम्मा (Mastanamma) अब इस दुनिया में नहीं रहीं. 107 साल की उम्र में उन्होनें दुनिया को अलविदा कह दिया.

साउथ इंडियन डिश की ‘मस्तनन्मा’

साउथ इंडिया की ये बूढ़ी अम्मा (Mastanamma) उस उम्र में भी लोगों को स्वादिस्ट खाना बनाने की टिप्स देतीं थीं. जिस उम्र में अकसर लोग बिस्तर पकड़ लेते हैं. खाना बनाने से प्यार ने ही मस्तनम्मा (Mastanamma) को यू ट्यूब का कुकिंग क्वीन बनाया.

  • यूट्यूब पर मस्तनम्मा (Mastanamma) का सफर 2016 में शुरू हुआ
  • बैंगन करी बनाने का पहला वीडियो जारी किया
  • इस वीडियो को उसके पोते लक्ष्मण ने अपलोड किया
  • इसके बाद वो लजीज रेसिपी वाले वीडियो यूट्यूब में डालने लगीं
  • 107 साल की मस्तनम्मा का फूड चैनल ‘कंट्रीफूड’ था
  • इसके सालभर में 12 लाख से भी ज्यादा सब्सक्राइबर बन चुके थे

लकड़ी के चूल्हे की शान थीं ‘मस्तनन्मा’

देश ही नहीं दुनिया भर में मस्तनम्मा (Mastanamma) के चाहने वाले थे, वो खेतों में लकड़ी के आग पर खाना बनाती थी. आंध्रप्रदेश के पारंपरिक खानों के अलावा उन्होंने कई पकवान खुद से भी इजाद किए थे.

  • वॉटरमेलन चिकन और एमू एग करी खासा लोकप्रिय हुईं
  • वॉटरमेलन चिकन ने मस्तनम्मा को दुनिया भर में फेमस कर दिया
  • समुद्री भोजन बनाने में भी मस्तनम्मा को महारत थी

‘कंट्रीफूड’ से मिली थी मस्तनम्मा को शोहरत

वैसे मस्तनम्मा (Mastanamma) की जिंदगी संघर्षों भरी रही. 11 साल की उम्र में उनकी शादी हो गई थी. शादी के ठीक 11 साल बाद उनके पति का निधन हो गया. इसके बाद उन्होंने अपने बच्चों को पालने के लिए काफी संघर्ष करना पड़ा. उम्र का सैकड़ा पार करने के बाद मस्तनम्मा (Mastanamma) ने यूट्यूब चैनल के जरिए अपना जो हुनर दिखाया, वो बेमिसाल हैं. मस्तनम्मा तो अब इस दुनिया में नहीं है लेकिन, उनके बनाए और बताए गए लजीज खाने हमेशा लोगों के किचन की शान रहेंगे. उनकी याद दिलाया करेंगे.