दिल्ली। राजनीति के अलहदा जो लोग बिजनेस न्यूज पर नजर रखते हैं, उनके लिए नरेश गोयल और उनकी पत्नी अनीता गोयल के जेट एयरवेज (Jet airways) से इस्तीफा कोई आश्चर्य नहीं लगा होगा. लेकिन जो लोग मोदी, राहुल और प्रियंका के खबरों में उलझे रहते हैं उनके लिए ये चौंकाने वाली खबर जरूर थी. आखिर कहां कमी रह गई कि अपनी बनाई कंपनी से ही, उसे बचाने के लिए बाहर होना पड़ा.
नरेश गोयल और उनकी पत्नी का इस्तीफा
कर्ज में डूबी एयरलाइन कंपनी जेट एयरवेज (Jet airways) के चेयरमैन नरेश गोयल ने अपने पद से इस्तीफा दे दिया. बोर्ड ऑफ डायरेक्टर के मेंबरशिप से उनकी पत्नी अनीता गोयल ने भी रिजाइन कर दिया. कर्ज में डूबी कंपनी जेट एयरवेज में नया मोड़ आ गया है. कंपनी पर कुल 8 हजार करोड़ रुपए का कर्ज है. वो अपने स्टाफ को सैलरी भी नहीं दे पा रही है. सैलरी देने के लिए उसे नया लोन भी नहीं मिल पा रहा था. नरेश गोयल के इस्तीफे से जेट एयरवेज को तत्काल डेढ़ हजार करोड़ रुपए बैंकों से मिलेंगे. बैंकों को ये अधिकार मिल गया कि वो अपने तरफ से निदेशक मंडल में 2 लोगों को नॉमिनेट कर सके. इसके अलावा डेली वर्क मैनेजमेंट के लिए एक अंतरिम प्रबंधन समिति भी बनाएगी.
Jet airways पर 8,200 करोड़ का कर्ज
1992 में नरेश गोयल और अनिता गोयल ने जेट एयरवेज (Jet airways) की शुरुआत की थी. धीरे-धीरे इसकी चमक दुनिया तक पहुंची. इसने एयर सहारा को भी टेक ओवर किया. मगर कहां चूक हो गई रिसर्च का विषय हो सकता है. नरेश गोयल के पास कंपनी की 51 फीसदी हिस्सेदारी है. अबुधाबी की कंपनी एतिहाद एयरवेज के पास 24 फीसदी हिस्सेदारी है. पैसों की कमी की वजह से पिछले कुछ दिनों से 40 से ज्यादा जहाज जमीन पर ही खड़े हैं. जेट एयरवेज (Jet airways) पर 8 हजार 200 करोड़ का कर्ज है. उसे मार्च के अंत तक 1700 करोड़ रुपए चुकाने हैं.
Jet airways को बचाने के लिए इस्तीफा
पैसा देने के लिए अबुधाबी की एयरलाइन कंपनी एतिहाद तैयार थी लेकिन उसकी शर्त थी कि नरेश गोयल (Jet airways) को चेयरमैन पद से इस्तीफा देना होगा. इसके अलावा जिन बैंकों ने कर्ज दे रखा है उनका भी नरेश गोयल (Jet airways) पर इस्तीफा देने का दबाव था. अंत में एयरवेज को बचाने के लिए नरेश गोयल और उनकी पत्नी ने इस्तीफा दे दिया.
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