दिल्ली। 2019 लोकसभा का चुनाव सुनील अरोड़ा (Sunil arora) कराएंगे. उन्हें 23वां निर्वाचन आयुक्त नियुक्त किया गया. राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने उन्हें नियुक्त किया. ओपी रावत की जगह सुनील अरोड़ा (Sunil arora) ने पदभार संभाला. विधि मंत्रालय ने सुनील अरोड़ा की नियुक्ति के लिए नोटिफिकेशन जारी किया था. उनके कंधे पर अगला लोकसभा चुनाव कराने की सबसे बड़ी जिम्मेदारी होगी.
सुनील अरोड़ा की जिम्मेदारियां
1980 बैच के भारतीय प्रशासनिक अधिकारी (IAS) रहे सुनील अरोड़ा (Sunil arora) रिटायर्ड हो चुके हैं. सूचना और प्रसारण मंत्रालय में सेक्रेटरी रह चुके हैं. अब उनके देखरेख में 2019 में लोकसभा का चुनाव कराया जाएगा. अगले साल लोकसभा के साथ-साथ जम्मू-कश्मीर, ओडिशा, महाराष्ट्र, हरियाणा, आंध्र प्रदेश, अरुणाचल प्रदेश और सिक्किम में भी विधानसभा चुनाव होने हैं. जिसकी पूरी जिम्मेदारी चुनाव आयुक्त सुनील अरोड़ा (Sunil arora) की होगी.
पंजाब के रहनेवाले हैं सुनील
सुनील अरोड़ा (Sunil arora) मूल रुप से पंजाब के होशियारपुर के रहनेवाले हैं. होशियारपुर से ही उन्होंने अपनी पढ़ाई-लिखाई पूरी की. वे एक मिडिल क्लास पढ़े-लिखे परिवार से आते हैं. उनके पिता जालंधर में रेलवे में अकाउंट्स ऑफिसर थे. जबकि मां पुष्पलता डीएवी कॉलेज होशियारपुर में गर्ल्स सेक्शन की इंचार्ज थीं. सुनील अरोड़ा (Sunil arora) की शुरुआती शिक्षा होशियारपुर विद्या मंदिर स्कूल और दयानंद मॉडल स्कूल से हुई. जिसके बाद डीएवी और वहां से डीएवी कॉलेज होशियारपुर से बीए तक की पढ़ाई की. इसके बाद पंजाब यूनिवर्सिटी से अंग्रेजी से एमए करने के बाद सुनील यूनिवर्सिटी में अंग्रेजी के प्रोफेसर बन गए.
एक भाई भी IAS दूसरा IFS
मगर पढ़ाई से विशेष लगाव होने की वजह से उन्होंने प्रतियोगिता परीक्षाओं की तैयारी में लगे रहे और 1980 में वो आईएएस बने. सुनील अरोड़ा (Sunil arora) तीन भाई हैं. उनके एक भाई संजीव अरोड़ा हरियाणा कैडर के आईएएस अधिकारी हैं और दूसरे भाई राजीव अरोड़ा आईएफएस अधिकारी हैं. पांच राज्यों में होनेवाले विधानसभा चुनावों में से तीन में मतदान हो चुके हैं. सुनील अरोड़ा (Sunil arora) के मुख्य चुनाव आयुक्त बनने के बाद अब दो राज्य बचे हैं जहां मतदान होने हैं. ये दो राज्य हैं तेलंगाना और राजस्थान. पांच राज्यों में हुए चुनावों के परिणाम 11 दिसंबर को आएंगे.
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