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आपकी शादी के वीडियो में टी-सीरीज का गाना तो नहीं? मुसीबत आने से पहले चेक कर लीजिए

आपकी शादी के वीडियो में टी-सीरीज का गाना तो नहीं? मुसीबत आने से पहले चेक कर लीजिए

आपकी शादी के वीडियो में टी-सीरीज का गाना तो नहीं? मुसीबत आने से पहले चेक कर लीजिए

दिल्ली। अगर आपकी शादी के वीडियो में टी-सीरीज कंपनी के गाने हैं तो आप सावधान हो जाइए. आप पर केस हो सकता है. आपको पुलिस, थाने और कोर्ट के चक्कर लगाने पड़ सकते हैं. आपको 2 साल तक के लिए जेल भेजा जा सकता है. आप पर 2 लाख रुपए तक का जुर्माना भी लगाया सकता है. इसके अलावा और न जाने कितनी मुसीबतें आएंगी. इससे आप बचना चाहते हैं तो इसे ध्यान से पढ़ें. सोचे, समझे और विचार करें और फिर फैसला लें.

100 से ज्यादा फोटोग्राफर्स पर केस

देश क जानी-मानी म्यूजिक कंपनी सुपर कैसेट्स इंडस्ट्रीज प्राइवेट लिमिटेड, जिसे हम और आप टी-सीरीज के नाम से जानते हैं. टी-सीरीज का मानना है कि शादी के वीडियो एल्बम के बैकग्राउंड में उनके गानों का इस्तेमाल कॉपीराइट एक्ट का उल्लंघन है. कंपनी ने हरियाणा, पंजाब, गुजरात, झारखंड और दिल्ली में 100 से ज्यादा फोटोग्राफर्स पर कॉपीराइट एक्ट के तहत केस दर्ज कराया है. पिछले 2 महीने में हरियाणा में 30 फोटोग्राफर्स को नोटिंस जारी किया गया है.

रिकॉर्डिंग करानेवालों से शपथ-पत्र

इसके विरोध में प्रदेश के 50 हजार से ज्यादा फोटोग्राफर्स सड़कों पर उतर आए हैं. उनका कहना है कि इससे उनका फोटोग्राफी का बिजनेस प्रभावित हो रहा है, फिर एल्बम के रेट बढ़ जाएंगे. जिसकी वजह से उनके सामने रोजी-रोटी की समस्या खड़ी हो जाएगी. शादी के वीडियो बनानेवालों का कहना है कि वो लोग कभी भी इसका कमर्शियल इस्तेमाल नहीं करते हैं. ऐसे में कॉपीराइट का मामला उनपर कैसे बनता है. हरियाणा फोटोग्राफर्स संघ के अध्यक्ष परवेश कुमार के मुताबिक वे गानों का व्यावसायिक प्रयोग नहीं करते हैं. अब शादी के एल्बम बनवाने के लिए जो लोग आ रहे हैं, उसे शपथ पत्र लिए जा रहे हैं कि वे अपने एलबम को सोशल मीडिया पर अपलोड नहीं करेंगे और न ही उनका व्यावसायिक इस्तेमाल करेंगे. अगर इस तरह सभी को कंपनियों से लाइसेंस लेने पड़े तो दुकानें बंद हो जाएंगी.

सलाना 15 हजार रुपए फीस लगेगा

इसके विरोध में फोटोग्राफर्स प्रदर्शन कर रहे हैं. उधर, टी-सीरीज कंपनी का कहना है कि गानों का किसी तरह का व्यावसायिक इस्तेमाल के लिए लाइसेंस लेना होगा. प्रति कंप्यूटर 15 हजार रुपए सलाना फीस लगेगी. कॉपीराइट एक्ट 1957 में 3 साल की कैद और 2 लाख रुपए जुर्माने तक का प्रावधान है.