दिल्ली। पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस (TMC) के विधायक की सत्यजीत बिस्वास की गोली मारकर हत्या कर दी गई. वारदात के बाद टीएमसी और बीजेपी के बीच बयानबाजी शुरू हो गई है. टीएमसी ने जहां बीजेपी को वारदात के लिए जिम्मेदार ठहराया है वहीं बीजेपी ने आरोपों का खंडन किया है.
सरस्वती पूजा कार्यक्रम के दौरान हत्या
मिली जानकारी के मुताबिक टीएमसी (TMC) नदिया जिले के कष्णागंज विधायक सत्यजीत बिस्वास की मजधिया इलाके में आयोजित सरस्वती पूजा के एक कार्यक्रम में हिस्सा लेने के लिए गए थे. पूजा कार्यक्रम के दौरान जब वो मंच से नीचे उतर रहे थे तभी किसी अज्ञात व्यक्ति ने उन पर गोली चला दी. बताया जा रहा है जिस समय ये घटना घटी उस वक्त लोगों की काफी भीड़ थी कम से कम सौ लोग मौका-ए-वारदात पर मौजूद थे. जिस बंदूक से सत्यजीत बिस्वास को गोली मारी वो बंदूक बरामद कर ली गई है. सीनीयर पुलिस ऑफिसर घटनास्थल पर पहुंच चुके हैं. मामले की जांच का जिम्मा सीआईडी को सौंपा गया. सीआईडी की टीम घटनास्थल पर पहुंच चुकी है.
टीएमसी और बीजेपी में बयानबाजी
घटना के बाद टीएमसी (TMC) ने इस हमले का आरोप बीजेपी पर लगाया है. टीएमसी (TMC) ने कहा कि इस हमले के पीछे बीजेपी का हाथ है. बगांल के लोग इस घटना का जवाब देंगे. वहीं दूसरी तरफ बीजेपी ने इस घटना से इनकार किया है. उसने कहा कि टीएमसी (TMC) के भीतर चल रहे आपसी झगड़े का नतीजा हो सकता है. सत्यजीत बिस्वास बांग्लादेश की सीमा से सटे नदिया के कृष्णागंज विधानसभा सीट से विधायक थे.
कृष्णागंज के विधायक थे बिस्वास
ममता सरकार (TMC) के मंत्री मदन मित्रा ने सरस्वती पूजा समारोह में कृष्णागंज विधायक सत्यजीत बिस्वास की जघन्य हत्या की कड़ी निंदा की. उन्होंने कहा कि हम बहुत अच्छी तरह अनुमान लगा सकते हैं कि इसके पीछे कौन लोग हैं. ये लोग हमें बंगाल के लोगों के लिए काम करने से नहीं रोक सकेंगे. हालांकि भाजपा नेता दिलीप घोष ने आरोपों से इनकार किया. उन्होंने कहा कि हम मामले की सीबीआई जांच के लिए तैयार हैं.