दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तरह अमित शाह भी 2019 में लोकसभा चुनाव अपने गृह राज्य को छोड़कर पश्चिम बंगाल से लड़ सकते हैं। खबरों के मुताबिक टीएमसी को टक्कर देने के लिए राज्य बीजेपी इकाई चाहती हैं राष्ट्रीय अमित शाह पश्चिम बंगाल से ही चुनाव लड़ें।
‘कोलकाता से चुनाव लड़ें अमित शाह’
पश्चिम बंगाल प्रदेश कमिटी की इच्छा है कि कोलकाता लोकसभा चुनाव अमित शाह उम्मीदवार हों। मीडिया से बात करते हुए पश्चिम बंगाल भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप घोष ने कहा है कि यह राज्य में चुनावी माहौल को नाटकीय रूप से बदल देगा। घोष ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब वाराणसी से चुनाव लड़ सकते हैं तो अमित शाह कोलकाता से क्यों नहीं। घोष के बयान से पश्चिम बंगाल की राजनीति में हड़कंप मच गया है।
सोच ही पतंगबाजी है- टीएमसी
टीएमसी ने जैसे ही यह चर्चा सुनी कि अमित शाह को प्रदेश नेतृत्व यहां से चुनाव लड़वाना चाहती है तो तृणमूल ने इस सोच को पतंगबाजी कहकर खारिज कर दिया है। टीएमसी ने कहा कि हमारी उन्हें खुली चुनौती है, आएं और राज्य की 42 सीटों में से कहीं से भी लड़ लें बंगाल में कुछ खास नहीं होने वाला है। टीएमसी ने यह भी कहा कि अभी भाजपा के राज्य में दो सांसद हैं, जबकि टीएमसी के 34 सांसद हैं।
शाह ने दिया है 22 सीटों का टारगेट
वहीं, प्रदेश बीजेपी के चीफ घोष ने यह भी कहा कि हमारे पास अधिकारिक तौर पर अभी कुछ नहीं है, लेकिन पार्टी के लोगों ने अपनी इच्छा केंद्रीय नेताओं को बताई है। हमें उम्मीद है कि हमारा संदेश अमित शाह तक पहुंच जाएगा। वे इस संबंध में गंभीर रूप से विचार करेंगे। दरअसल, इस बार चुनाव में बंगाल भाजपा के लिए बहुच महत्वपूर्ण है। बंगाल भाजपा अध्यक्ष ने कहा कि कुछ दिनों पहले अमित शाह ने बंगाल के लिए टारगेट सेट किया था। यहां से हमें कम से कम पचास फीसदी यानी 22 सीटें जीतने चाहिए।